राजस्थान में ये नहीं देखा तो क्या देखाः मकर संक्रांति पर CM योगी से लेकर PM मोदी तक आसमान में उड़ते आएंगे नजर

 जयपुर (jaipur). देश-दुनिया में पतंगबाजी के लिए मशहूर जयपुर पतंगबाजी के लिए तैयार है। मौसम विभाग का आंकलन है कि शनिवार और रविवार को पतंगबाजी के लिए एकदम मुफीद हवा चलेगी। इससे पहले पतंगबाजी के लिए जयपुर के बाजार सज गए हैं। पूरे राजस्थान का सबसे बड़ा बाजार जयपुर में है जिसे हांडी पुरा के नाम से जाना जाता है। तस्वीरों में देखिए पतंगबाजी के लिए कैसे तैयार है राजस्थान...

Sanjay Chaturvedi | Published : Jan 13, 2023 12:28 PM IST / Updated: Jan 13 2023, 07:19 PM IST
110
राजस्थान में ये नहीं देखा तो क्या देखाः मकर संक्रांति पर  CM योगी से लेकर PM मोदी तक आसमान में उड़ते आएंगे नजर

जयपुर शहर स्थित हांडी पुरा में नेताओं की स्पेशल पतंगे बनती हैं। जिन्हें लेने के लिए एडवांस में बुकिंग होती है और बुकिंग के अनुसार ही यह पतंगे तैयार की जाती है।

210

हर साल इन पतंगों की बिक्री लगातार बढ़ रही है।  इस बार भी हांडी पुरा के 3 पतंग साज ने इस तरह की करीब 300 पतंगे बनाई हैं जिन्हें बेच भी दिया गया है ।

310

जयपुर की पतंगबाजी के लिए जयपुर के करीब 70 फ़ीसदी होटल बुक है। इसके अलावा जयपुर के जल महल में शर्तों पर पतंगे लड़ाने के लिए तैयारियां कर ली गई है।

410

हंदीपुरा में 50 साल से पतंगबाजी की दुकान सजा रहे मोहम्मद अयूब का कहना है कि हम चौथी पीढ़ी हैं जो पतंगे बेच रहे हैं और बना रहे हैं।

510

पतंग बनाने वाले मो. अयूब ने बताया कि पतंगबाजी में पिछले सालों की तुलना में महंगाई बढ़ी है। सबसे कम 6 से ₹7 की पतंग है और सबसे बड़ी पतंग करीब 350 रुपए की बिक रही है।

610

नेताओं वाली पतंग के लिए डिमांड पर बना धागा।

यह 350 की पतंग नेताओं की पतंग है। जिसे उड़ाने के लिए विशेष प्रकार की डोर उपलब्ध रहती है। इस डोर की भी डिमांड पर ही सप्लाई की जाती है।

710

सालों से पतंग बनाने का अनुभव रखने वाले अयूब का कहना है कि बाजार में 400 रुपए से लेकर 1200 रुपए तक मांझे की चरखिया है।

810

मांझे की जांच करते कस्टमर।

मोहम्मद अयूब ने बताया कि मांझे को खरीदने से पहले उसको जांचना और परखना जरूरी है, क्योंकि नकली माल भी बड़ी मात्रा में बाजार में है।

910

 अयूब ने बताया कि जयपुर की पतंगे राजस्थान ही नहीं गुजरात, कोलकाता समेत अन्य राज्यों में भी सप्लाई की जाती है । जयपुर में करीब 250 दुकानें ऐसी हैं जो 12 महीने तक पतंगों का कारोबार करते हैं।

1010

जयपुर के बाजारों में इस बार प्लास्टिक की पतंगे ज्यादा डिमांड पर हैं।  वह पतंगे कागज की पतंगों से सस्ती है । सबसे बड़ी बात यह है कि बाजार में मौत का मांझा भी खुलेआम बिक रहा है।

Share this Photo Gallery
click me!

Latest Videos

Recommended Photos