दरअसल, यह मामला श्रीगंगानगर शहर का है, जहां के मजदूर बजरंग के तीन साल के बेटे मोहित का शनिवार को जन्मदिन था। वह दो महीने से घर बैठा है, उसके पास इतने पैसे नहीं थे कि वह बेटे को चॉकलेट खिला सके। इस बात को जानकारी जब एरिया की आशा कार्यकर्ता रवीना रानी को लगी तो उसने इलाके के बीट प्रभारी ईश्वर सिंह को मजदूर परिवार के दुखद कहनी बताई। इसके बाद थाना प्रभारी अल्का बिश्नोई अपनी टीम के साथ केक लेकर मजदूर के घर पहुंची और बच्चे का जन्मदिन मनाया।