बता दें कि बच्चों की इस हरकत का पता चलते ही पीड़ित के माता-पिता सदमें इतने आ गए कि वह बिना देरी किए अपने राज्य महाराष्ट्र आ गए। इसके बाद वह सीधी से अपने गांव वर्धा जिले के सेवाग्राम चले गए। जहां उन्होंने डॉक्टर से बेटी की पूरी जांच कराई, जांच में बच्चा खराब होने पर उन्होंने डिलीवरी कराई, ताकि बच्ची को कुछ ना हो।