Published : Apr 13, 2020, 07:49 PM ISTUpdated : Apr 13, 2020, 07:53 PM IST
जयपुर. पूरे देश में कोरोना ने दहश्त फैला रखी है। इसी बीच राजस्थान से गंगा-जमुना तहजीब की मिसाल देखने को मिली। जहां एक हिंदू की मौत के बाद मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अर्थी को कंधा देकर राम-नाम का जाप करके अंतिम संस्कार किया।
हिन्दू-मुस्लिम एकता व सांप्रदायिक सौहार्द की अनोखी मिसाल सोमवार को राजधानी जयपुर में में देखने को मिली। जहां भट्टा बस्ती के रहने वाले एक राजेंद्र नाम के युवक की कैंसर की वजह से मौत हो गई थी। देशभर में लॉकडाउन के चलते मृतक के घरवाले उसके अंतिम संस्कार में नहीं आ सके तो मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अर्थी को कंधा दिया।
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मृतक राजेंद्र के परिवार में पत्नी-बहन और दो बच्चों के अलावा कोई नहीं था। यह खबर जैसे ही मु्स्लिम समाज के हमीद भाई, फहीम कुरेशी, हनीफ सा, शेरू भाई, इरफान कुरैशी, अब्दुल वहीद ने सुनी तो वह अंतिम संस्कार करने के लिए आगे आए।
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मृतक के पड़ोसी इरफान ने बताया कि मृतक राजेंद्र बागड़ी था। उसको लंबे समय से कैंसर की बीमाीर थी। रविवार शाम को राजेंद्र ने अंतिम सांस ली। हमने उनके रिश्तेदारों का काफी इंतेजार किया। लेकिन लॉक डाउन के चलते जब कोई नहीं आया तो हमने अंतिम संस्कार किया।
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इस घटना के वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। मुस्लिम समुदाय की इस पहल की हर किसी ने सराहना की।
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बता दें कि मृतक राजेंद्र का परिवार आर्थिक रुप से कमजोर है। इसलिए मुस्लिम समुदाय के लोगों ने चंदा करके अंतिम संस्कार का पूरा खर्चा उठाया।