ब्रम्हानंदम अपने माता-पिता की 8 संतानों में से 7वें नंबर के हैं। उनके मुताबिक, भगवान का शुक्र है कि मैं बचपन से ही लोगों को हंसाने में कामयाब रहा हूं। मेरे दोस्त एमसीवी शशिधर जो कि डीडी-8 में चीफ प्रोग्रामिंग ऑफिसर थे, वो मुझे पॉपुलर राइटर आदि विष्णु के घर ले गए। उन्होंने कहा कि मैं काफी अच्छी स्टैंडअप कॉमेडी कर सकता हूं जिसे टीवी पर ऑनएयर किया जा सकता है। इसके बाद मुझे जन्ध्याला ने देखा और पहला ब्रेक मिल गया।