नॉर्दन अलायंस सैनिकों का एक मोर्चा है, जिसे 1960 में तालिबान का मुकाबला करने के लिए तैयार किया गया था। इसे ईरान, ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान और तुर्कमेनिस्तान जैसे देशों का समर्थन था। 1996 और 2001 के बीच तालिबान को पूरे देश पर कब्जा करने से रोकने में नॉर्दन अलॉयंस की महत्वपूर्ण भूमिका थी।