सवाल- कोरोना मरीज को किस स्थिति तक होम आइसोलेशन में रहना चाहिए?
जवाब- होम आइसोलेशन का मतलब है कि मरीज कोरोना संक्रमित है और वह घर पर दवा ले रहा है। उसका सेचुरेशन प्वॉइंट 95 प्रतिशत से ज्यादा है। दिन में ऑक्सीजन लेवल तीन से चार बार चेक करता रहे। लेकिन अगर सेचुरेशन प्वॉइंट 95 से नीचे आता है तो तुरन्त मरीज को चेस्ट का सीटी स्कैन कराना चाहिए। सीटी स्कैन में माइनर फाइंडिंग है और सांस लेने में कोई खास दिक्कत नहीं है।
अगर ऑक्सीजन लेवल 90 से 95 के बीच है तो अपने डॉक्टर की सलाह के साथ ऑक्सीजन सपोर्ट के साथ घर पर रह सकता है। लेकिन उसके सीटी स्कैन में मेजर फाइंडिंग हैं तो मरीज को घर पर नहीं रहना चाहिए। चाहे उसका सेचुरेशन 97 प्रतिशत हो। अगर उसका सीटी स्कोर 9 से ज्यादा आ रहा है तो ऐसे में खतरा बढ़ने की आशंका है। मरीज और ज्यादा बीमार हो सकता है। ऐसे मरीज को हॉस्पिटल में भर्ती होना चाहिए। ऐसे मरीज की कंडीशन 24 से 48 घंटे के अंदर ही बिगड़ने लगती है।