Medical education in ukarine : सरकारी आंकड़ों को देखें तो पिछले पांच साल में विदेशों से डॉक्टरी की पढ़ाई करने वालों की संख्या तीन गुनी बढ़ी है। 2012 में जहां 12 हजार छात्रों ने विदेशों से लौटने के बाद भारत में प्रैक्टिस के लिए फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएशन एक्जामिनेशन (FMGE) परीक्षा दी, जबकि 2020 में इनकी संख्या बढ़कर 35,774 हो गई। बड़ी बात यह है कि इन पांच सालों में भारत में MBBS की 30 हजार सीटें बढ़ी हैं।