लीबिया में अनेक प्रकार के मीठे फलों का उत्पादन होता है। छुहारा, सदाबहार वृक्ष तथा मस्तगी (mastic) के फेमस वृक्ष हैं। सुदूर उत्तर में बकरियां और हर घर में मवेशी पाले जाते हैं। दक्षिण में भेड़ों और ऊटों की संख्या सबसे अधिक है।
चमड़ा कमाने, जूते, साबुन, जैतून का तेल निकालने तथा तेल के शोधन के कारखाने बहुतायत में हैं। लीबिया में जौ और गेहूँ की खेती होती है। वहीं यहा पेट्रोलियम के अतिरिक्त फ़ॉस्फ़ेट, मैंगनीज़, मैग्नीशियम तथा पोटैशियम मिलते हैं। खानेवाला समुद्री नमक यहां प्रमुखता ले मिलता है। अरबी भाषा में कसर का अर्थ किला और हज यानी पवित्र यात्रा होता है। जॉर्ज लुकास की फिल्म स्टार वार्स में इसी आर्किटेक्चर पर बनी ट्यूनीशिया की इमारतों को दिखाया है।
लीबिया में ऐशी कई खूबसूरत इमारतें मौजूद हैं। पहले लीबिया में पर्य़टन के लिए हजारों लोग पहुंचते थे। लेकिन लंबे समय से यहां गृहयुद्ध के हालातों की वजह से पर्यटन लगभग खत्म सा हो गया है। विश्व की शानदार विरासत यहां मौजूद है। यदि यहां लोकतंत्र की बहाली होती है तो निश्चित ही यहां के पर्य़टक स्थल एक बार फिर गुलजार हो पाएंगे।