पुलिस ने प्रभाकर के कॉल रिकॉर्ड को देखना शुरू किया तो पता चला कि वह जिंदा है। अपनी मौत की झूठी खबर फैलाकर वह कुछ दिन पहले दूसरे जिले में चला गया। हां, ये भी पता चला कि आनप नाम का उसका एक साथी था, जिससे अक्सर उसकी बात होती थी। जांच से पता चला कि लाहमगे ने सपेरे से एक कोबरा खरीदा। पुलिस ने कहा कि वाघचौरे ने अपने साथियों को 35 लाख रुपए देने का वादा किया था।