मार्च 31 को न्यूजर्सी के एक अस्पताल में कैद हुए इस तस्वीर के बारे में बताते हुए फोटोग्राफर ने कहा कि उस दौरान कुछ डॉक्टर्स ने महामारी की उम्र दो से तीन महीने बताई थी। जबकि कुछ का कहना था कि ये साल दो साल रहेगा। वेंटिलेटर पर आए मरीज ज्यादातर मारे ही जाते थे। उन्हें सांस लेने में स्ट्रगल करते हुए देखा जाता था।