अधिवक्ता हिमांशु श्रीवास्तव का आरोप है कि यह सिंडीकेट बात न मानने वाले नए अभिनेताओं को इंडस्ट्री छोड़ने और वापस लौटने के लिए मजबूर कर देता है। इस सिंडीकेट में इन पांच आरोपियों के साथ-साथ इनके अन्य साथी भी प्रमुखता से शामिल हैं। इनके संबंध बड़े अपराधियों एवं राजनेताओं से हैं, जो फिल्म इंडस्ट्री मुंबई में एक प्रकार की समानांतर सरकार चला रहे हैं। जिनके इशारे पर जो नहीं चलता, उसको परेशान किया जाता है।