बेटे ने कहा कि हम लोगों ने फोन पर पुलिस को बताया फिर थाने के भी गए, लेकिन कोई सुनने वाला नही था। पूरा थाना ही खाली था। अगर पुलिस तुरंत एक्शन लेती तो आरोपी फरार नही हो पाता। वो कहता है आरोपी पुजारी सत्यनारायण भी एक-दो बार घर आ चुका है, लेकिन कभी ऐसा नहीं लगा कि वह ऐसा करेगा।