बलरामपुर (Uttar Pradesh) । नौ माह की प्रेग्नेंट पत्नी की उपचार के दौरान लुधियाना में मौत हो गई। चिकित्सकों ने एहतियातन कोविड-19 की जांच कराई, जिसकी चार दिन बाद रिपोर्ट निगेटिव आई, तब शव परिवार को सौंपा। लॉकडाउन और आर्थिक तंगी के कारण पति ने वहीं पर पत्नी का अंतिम संस्कार करने के लिए सामान एकत्र किया, लेकिन, वहां आस-पास के पड़ोसियों ने उसकी पत्नी की अर्थी को कंधा देने से मना कर दिया। आखिरी समय में पत्नी के शव को कंधे न दे पाने वाले मिलने पर वह दुःखी हो गया। इसके बाद उसने 27 हजार रुपए कर्ज लेकर 1,137 किमी दूर एंबुलेंस से पत्नी का शव गांव लाया और अंतिम संस्कार किया। हालांकि यहां प्रधान की सूचना पर प्रशासन ने लुधियाना से शव के साथ आए उसके तीन मासूम बच्चों को क्वारंटाइन सेंटर भेज दिया है।