नाश्ता करवाने के बाद द्वारचार की रस्म अदा की गई। इसके बाद दुल्हन को गहने व कपड़े आदि भेंट दी गईं। शाम को पंडित ने दूल्हा एवं दुल्हन के अलावा मंडप में बैठे लोगों को मास्क पहनवाया, और सोशल डिस्टेनसिंग का पालन करवाते हुए दूल्हा एवं दुल्हन को सात फेरे दिलाए।