कानपुर देहात (Uttar Pradesh) । कर्ज लौटाने के लिए दोस्त ने ही धर्मकांटा के मैनेजर बृजेश पाल का अपहरण कर लिया था। इसके बाद उसके घरवालों से 20 लाख रुपए की फिरौता का डिमांड की। ऐसा न करने पर नशीली कोल्ड ड्रिंक्स पिलाकर उसका गला घोंट दिया। मौत होने के बाद शव को कुएं में फेंक दिया। अपहरण के 13 दिन बाद मंगलवार को जब पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान आरोपी गिरफ्तार हुआ तो पूरी कहानी सामने आ सकी। पुलिस के मुताबिक जिस शख्स ने बृजेश का अपहरण और हत्या को अंजाम दिया, वह उसका दोस्त था और युवती बनकर उससे व्हाट्सएप पर चैट करता था। इसी हनीट्रैप में बृजेश को उसने फंसाया और आधी रात को मिलने बुलाकर वारदात को अंजाम दिया।