Published : May 11, 2020, 03:34 PM ISTUpdated : May 11, 2020, 03:51 PM IST
लखनऊ (Uttar Pradesh)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना को लेकर बनाई गई टीम-11 के साथ हुई मीटिंग में बड़ा फैसला लिया है। सीएम ने कहा है कि किसी कामगार श्रमिक को अंतरराज्यीय या अंतर्जनपदीय आवागमन में समस्या न हो इस बात का ध्यान दिया जाए, जो जहां हैं, वहीं से उन्हें गृह जनपद पहुंचाने की व्यवस्था किया जाए करें। मजदूरों के क्वारंटाइन टाइम पूरा होने पर उनके लायक रोजगार उपलब्ध कराया जाए।
प्रवासी श्रमिकों कामगारों के आने का सिलसिला लगातार जारी है। आज भी 55 ट्रेन के माध्यम से 75000 प्रवासी श्रमिक कामगार और 25000 लोग अन्य साधनों से यूपी आएंगे। पिछले 4 दिनों में 170 ट्रेनें आई हैं, उससे करीब सवा दो लाख श्रमिक पहुंचे हैं।
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कोरोना को लेकर बनाई गई टीम-11 की बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पैदल या बाइक से कोई भी श्रमिक कामगार न चले। सभी के साथ सम्मानजनक व्यवहार किया जाए।
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सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जो जहां हैं, वहीं से उनके गृह जनपद तक पहुंचाने की व्यवस्था करें। कोई पैदल न आए।
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सीएम ने कहा कि मजदूरों को क्वारनटीन सेंटर में ले जाकर उनके चेकअप, भोजन की व्यवस्था की जाए, जो स्वस्थ हैं। उन्हें पर्याप्त राशन देकर, जिसमें चावल, आटा, दाल, तेल आदि हो, उन्हें घर तक होम क्वारनटीन के लिए भेजें।
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सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हर कामगार श्रमिक के स्किल का डाटा बनाया जाए, जिससे क्वारनटीन अवधि पूरा होने के बाद उसके अनुरूप उन्हें रोजगार उपलब्ध कराया जा सके। होम क्वारनटीन के दौरान प्रत्येक श्रमिक कामगार को एक हजार रुपये का भरण-पोषण भत्ता देने की व्यवस्था की जाए।