ज्योति शर्मा ने बताया कि "मेरे माता-पिता ने कभी मुझे किसी काम करने से नहीं रोका। उन्होंने कहा सिविल सर्विस के एग्जाम की तैयारी के दौरान जब मुझे बाल बनाने और नाश्ता तक बनाने के समय नहीं मिलता था। उस समय मेरी मां मेरे बालों को बांधती थी, जबकि पिता जी मुझे नाश्ते में दलिया, मैगी आदि बना कर देते थे। उन्होंने कहा कि ऐसे पेरेंट्स नसीब से मिलते हैं। "