Published : May 23, 2020, 01:28 PM ISTUpdated : May 23, 2020, 01:41 PM IST
लखनऊ (ttar Pradesh) । लॉकडाउन में स्पेशल ट्रेनों से घर जा रहे प्रवासियों का गुस्सा फूट पड़ा। भूखे प्यासे परेशान यात्रियों ने जमकर बवाल किया। कानपुर सेंट्रल में लंच पैकेट के लिए आपस में ही जमकर लात घूंसे चलाए। उन्नाव रेलवे स्टेशन पर तोड़फोड़ किए, जबकि चंदौली में रेलवे ट्रैक पर ही उतर आए। इससे कई ट्रेनों का संचालन प्रभावित है।
चंदौली में विशाखापट्टनम से बिहार जा रही श्रमिक स्पेशल ट्रेन के यात्रियों ने खाने-पीने और लेटलतीफी को लेकर जमकर हंगामा किया। रेल ट्रैक जाम कर दिया। इस विरोध के चलते डीडीयू-वाराणसी-लखनऊ और दिल्ली हावड़ा रेल रूट बाधित हो गया, जिसकी वजह से स्पेशल ट्रेन राजधानी समेत आधा दर्जन श्रमिक ट्रेन जहां तहां फंस गईं।
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उन्नाव में गुस्साए यात्रियों ने ईंट-पत्थर चलकर स्टेशन मास्टर के कमरे के दरवाजे, शीशे तोड़ डाले. गुस्साई भीड़ देख रेलकर्मी जान बचाकर भागे। वहीं, स्टेशन मास्टर को चोट आई है। स्टेशन पर आरपीएफ और जीआरपी समेत भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
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अहमदाबाद से बिहार सीतामढी के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन चली थी। कानपुर सेंट्रल स्टेशन पहुंचने से पहले ट्रेन शुक्रवार की दोपहर तीन घंटे तक तपती घूप में आउटर पर खड़ी रही थी।
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भूख और प्यास से छटपटा रहे कामगारों की ट्रेन जैसे ही स्टेशन पर रूकी तो उनके लिए लंच पैकेट और पानी की व्यवस्था की गई थी। भूख प्यास से परेशान श्रमिक लंच पैकेट देखकर उस पर टूट पड़े। इस दौरान आपस में शुरू हुई धक्का-मुक्की देखते ही देखते युद्ध के मैदान में तब्दील हो गई।
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श्रमिकों के बीच आपस में जमकर लात घूंसे चलने लगे। एक दूसरे की जमकर पिटाई की। सेंट्रल स्टेशन पर करीब आधे घंटे तक हंगामा चलता रहा। सुरक्षाकर्मी कोरोना के डर की वजह से श्रमिकों से दूरी बनाए रहे।
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स्पेशल ट्रेन में बैठे श्रमिकों ने बताया कि अहमदाबाद से कानपुर तक हमे कुछ भी खाने पीने को नहीं दिया गया है। किसी भी स्टेशन पर कुछ भी खाने पीने की व्यवस्था नहीं थी कि खाना पानी खरीदकर ही कुछ खा सके।
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आइआरसीटीसी के प्रबंधक अमित कुमार के मुताबिक अलाउंस कर श्रमिकों को बताया जाता है कि खाना पानी कहां पहुंचाया जाता है। जब कर्मचारी खाना लेकर पहुंचे तो भीड़ बेकाबू हो गई। फोर्स की कमी की वजह से हंगामा हो गया।