बच्चों के बार-बार समझाने के बाद भी तैयार नहीं हुई तो उन्होंने इसकी जानकारी अपने मामा संजू को दी। जिन्होंने अपनी बहन को एक प्राइवेट हॉस्पिटल में सीटी स्कैन कराया। जहां उसके 90 प्रतिशत से भी अधिक संक्रमित हो गया था, जिसके चलते डॉक्टर्स ने भी हाथ खड़े कर लिए और 30 अप्रैल को सविता ने दम तोड़ दिया।