इतना गोला बारूद था कि 3 दिन तक लड़ सकता था सनकी, 16 फोटो में देखें कैसे आजाद हुए 23 बच्चे

फर्रुखाबाद (Uttar Pradesh). यूपी के फर्रुखाबाद के छोटे से करथिया गांव में गुरुवार यानी 30 जनवरी को एक सिरफिरे सुभाष बाथम ने 23 मासूम बच्चों को बंधक बना लिया था। एनएसजी कमांडो ने गांववालों के साथ मिलकर आपरेशन चला सभी बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। वहीं, मुठभेड़ में सनकी मारा गया, जबकि उसकी पत्नी को गांववालों ने पीट पीटकर घायल कर दिया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। गौर करने वाली बात ये है कि आरोपी कई दिनों से बच्चों को बंधक बनाने की तैयारी कर रहा था। आईजी मोहित अग्रवाल ने बताया कि आरोपी के घर से राइफल, गोला-बारूद और भारी मात्रा में कारतूस मिला है। उसके पास इतना गोला-बारूद और कारतूस था कि वह पुलिस से तीन दिन तक मोर्चा ले सकता था। ज्यादा वक्त तक पुलिस को उलझाए रखे इसलिए वो ज्यादा फायरिंग नहीं कर रहा था। हम आपको 10 घंटे से ज्यादा चले इस पूरे घटनाक्रम के बारे में बताने जा रहे हैं। कैसे बच्चे सनकी के चंगुल में फंसे और कैसे उन्हें आजाद कराया गया।

Asianet News Hindi | Published : Jan 31, 2020 9:03 AM IST / Updated: Jan 31 2020, 02:58 PM IST
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इतना गोला बारूद था कि 3 दिन तक लड़ सकता था सनकी, 16 फोटो में देखें कैसे आजाद हुए 23 बच्चे
एक पड़ोसी ने बताया, आरोपी सुभाष साल में दूसरी बार बेटी का बर्थडे मना रहा था। करीब 8-10 हजार रुपए का सामान लाया था।
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मोहल्ले में खेल रहे बच्चों को उसने टॉफी का लालच देकर बुलाया था।
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आरोपी सुभाष का साल 2001 में गांव के ही रहने वाले मेघनाथ से नाली को लेकर विवाद हो गया था।
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मामूली विवाद पर सुभाष ने अपने पड़ोसी मेघनाथ की चाकू से उसी के घर के बाहर गला काटकर हत्या कर दी थी।
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हत्या के बाद सुभाष को उम्रकैद की सजा हुई थी।
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10 साल तक आरोपी जेल में बंद था।
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गांव वाले बताते हैं, करीब डेढ़ साल पहले आरोपी जमानत पर छूटकर बाहर आया था।
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आरोपी ने छत पर चढ़कर कहा था कि पुलिस उसे पकड़ने आई, तो नतीजा भुगतना पड़ेगा।
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आरोपी ने कुल 6 बार फायरिंग की, जिसमें एक ग्रामीण और 2 पुलिसवाले घायल हो गए।
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ग्रामीण बताते हैं कि आमतौर पर 6-7 बजे के बाद गांव में सन्नाटा हो जाता था। लेकिन, गुरुवार रात को यहां रात ही नहीं हुई।
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बच्चों को बंधक बनाए जाने की खबर पर आसपास के गांव के करीब 5 हजार लोग पहुंच गए थे।
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गांव के भी लगभग सभी पुरुष वहां पहुंच गए थे। 200-250 तक पुलिसकर्मी भी मौके पर थे।
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मामला सुर्खियों में आने के बाद आसपास के जिलों के मीडिया वाले भी गांव में पहुंच गए थे।
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गांव में हलचल का आलम ये था कि जो दुकानें शाम ढलते ही बंद हो जाती थी, वह भी रात भर खुली रहीं।
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आरोपी ने 35 किलो बारूद से घर को उड़ाने की धमकी भी दी थी।
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पुलिस को घर की तलाशी में रायफल के साथ ही बड़ी संख्या में कारतूस और गोला-बारूद भी मिला है।
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