सावधान! गीजर ले सकता है आपकी जान, 10 महीने पहले ऐसे हुई थी महिला 2 बच्चियों की मौत
आगरा (Uttar Pradesh). यूपी के आगरा में करीब 10 महीने पहले हुई महिला और उसकी 2 बच्चियों की मौत का खुलासा हो गया है। पुलिस ने कोर्ट में मामले की फाइनल रिपोर्ट दाखिल कर दी है। हैरान करने वाली बात ये है कि तीनों की मौत का कारण गीजर है।
शाहगंज की पांडव नगर कॉलोनी में कपड़ा कारोबारी रोहित धूपड़ पत्नी रितू (38), दो बेटी कायरा (3), सचिका (6) और अपने माता पिता के साथ रहते थे। करीब 10 महीने पहले पत्नी और दोनों बच्चियों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी।
महिला के मायके वालों ने ससुरालवालों पर हत्या का केस दर्ज कराया था। जिसकी फाइनल रिपोर्ट अब पुलिस ने कोर्ट में दाखिल की।
महिला और दोनों बच्चियों का शव बाथरूम में मिला था। रोहित ने बताया था, घटना के दिन मैं जयपुर हाउस स्थित अपनी दुकान पर थे। घर में पत्नी और बच्चियां थीं। मैंने रितू काफी फोन किया, लेकिन नहीं उठा। आशंका हुई तो सीधा घर आ गया। जहां बाथरूम में तीनों मृत मिले। उनके सिर में शैंपू लगा था। पानी चल रहा था, जिस वजह से पूरी टंकी खाली हो गई थी। गैस गीजर ऑन था। बाथरूम में लगा छोटा एक्जॉस्ट फैन बंद था।
पुलिस के अनुसार, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में वजह स्पष्ट नहीं हो पाई थी। जिसके बाद विसरा रिपोर्ट पर फोरेंसिक एक्सपर्ट की राय ली गई। ऐसे केस निकलवाए जिनमें गैस गीजर लगे बाथरूम में लोगों की जान गई हो। इस दौरान पता चला कि आगरा में ही हरीपर्वत में दंपती की गीजर के कारण मौत हुई थी।
विधि विज्ञान प्रयोगशाला के संयुक्त निदेशक डॉक्टर एके मित्तल ने बताया, अगर बाथरूम में एग्जॉस्ट फैन बंद हो और गैस गीजर चल रहा हो तो यह बेहद खतरनाक है। गीजर में जब आग जलती है तो यह ऑक्सीजन को खत्म करती है। बाथरूम में ऑक्सीजन का स्तर लगातार कम होता जाता है। कार्बन डाई आक्साइड ऑक्सीजन कम होने पर कार्बन मोनोऑक्साइड में बदल जाती है जो जहरीली होती है। वह तीक्ष्ण नहीं होती, इस कारण इसके प्रभाव में आने वाले को पता नहीं चलता। ऑक्सीजन की कमी से इंसान अचेत हो जाता है। कार्बन मोनो ऑक्साइड डेढ़ से दो मिनट में जान ले लेती है।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में वजह स्पष्ट नहीं हो पाई थी। जिसके बाद विसरा रिपोर्ट पर फोरेंसिक एक्सपर्ट की राय ली गई।