Published : Dec 26, 2019, 02:06 PM ISTUpdated : Dec 26, 2019, 02:25 PM IST
आगरा (Uttar Pradesh). यूपी के आगरा में नागरिकता कानून के विरोध में हुए प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने उपद्रवियों की पहचान करने और उनी हर मूवमेंट पर नजर रखने के लिए अनोखी तरकीब निकाली थी। एक दरोगा ने भेष बदलकर संवेदनशील इलाके में संदिग्धों पर नजर रखी। इसके लिए उन्होंने अपनी मूंछे कटवा दी। गंदे कपड़े पहनें और ठेले पर घूम-घूमकर केले बेचे। हैरानी की बात तो ये है कि उनके साथ काम करने वाले पुलिसकर्मी भी उन्हें नहीं पहचान सके। दरोगा की इस काम की जानकारी विभाग के एक अफसर को थी। सोशल मीडिया
इस इस दरोगा की केले बेचते फोटो और वीडियो वायरल हो रहा है।
बीते 20 व 21 दिसंबर को फिरोजाबाद जिले में नागरिकता कानून के विरोध में जमकर हिंसा हुई। जिसमें दो लोगों की मौत हो गई। सूचना थी कि हिंसा के बाद से कई आरोपी आगरा में आकर छिप गए।
26
इनपुट पर थाना मंटोला क्षेत्र के सुभाष बाजार पुलिस चौकी प्रभारी दरोगा संजीव तोमर ने संदिग्धों पर नजर रखने के लिए अपना भेष बदल लिया। मूंछे साफ करा दी, फटे पुराने गंदे कपड़े पहने और ठेला लेकर गली गली केला बेचने लगे।
36
सबसे मजेदार बात ये है कि दरोगा संजीव ने लोगों को लुभाने के लिए सस्ते केले बेचे और उनसे जानकारी हासिल की। इस दौरान दरोगा ने पांच दर्जन केले बेच डाले।
46
सुभाष बाजार पुलिस चौकी प्रभारी दरोगा संजीव तोमर
56
थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार ने बताया, फिरोबाजाद पुलिस ने सूचना दी थी कि एक आरोपी मंटोला में रिश्तेदार के घर छिपा है। इस पर दरोगा को केला बेचने वाला बनाकर भेजा गया। मिशन कामयाब रहा। जो सूचनाएं चाहिए थीं, वो सही पाई गईं। आरोपी को पकड़ लिया गया।
66
दरोगा की इस काम की जानकारी विभाग के एक अफसर को थी। सोशल मीडिया इस इस दरोगा की केले बेचते फोटो और वीडियो वायरल हो रहा है।