15 दिन बाद जब वह वार्ड से अपनी बच्ची के ठीक होने के बाद जाने लगी तो लोगों व मेडिकल स्टाफ ने तालियां बजाकर उनका स्वागत किया। वहीं अब BRD की टीम इस पर रिसर्च कर रही है कि 15 दिन 28 कोरोना मरीजों के बीच रहने व कोरोना संक्रमित अपनी बच्ची को दूध पिलाने के बाद भी इस मां ने कोरोना को मात कैसे दे दिया।