महोबा (Uttar Pradesh) । बोरवेल में गिरे बच्चे घनेंद्र की आखिरकार मौत हो गई। 22 घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद उसका शव बाहर निकाला जा सका। बताते हैं यहां 6 जेसीबी मशीनें, एक एलएनटी मशीन, पांच एंबुलेंस, अग्निशमन दस्ता जुटा था। रात करीब 12 से लखनऊ एसडीआरएफ के कमांडेंट डा. सतीश कुमार की नेतृत्व में टीम आई थी और बचाव अभियान शुरू किया था, जो पूरी रात और सुबह तक चला। 8 बजकर 44 मिनट पर बोरवेल से घनेंद्र को बाहर निकाला गया। जिसके बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।यह घटना कुलपहाड़ इलाके की है।