मोदी सरकार का विरोध करता रहा है बांद्रा में अफवाह फैलाने वाला शख्स, कभी बेकरी में करता था मजदूरी

भदोही (Uttar Pradesh) । मुंबई के बांद्रा स्टेशन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील को दरकिनार कर अफवाह फैलाने वाला शख्स विनय दुबे औराई थाना क्षेत्र के हरिनारायनपुर गांव निवासी है। वह लंबे समय से मुंबई में ही रहता है। हालांकि उसे पुलिस ने मुंबई के एरोली क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया है। इसके बाद आरोपी विनय दुबे को मुंबई पुलिस देर रात बांद्रा स्टेशन ले गई। मुंबई पुलिस की एफआईआर में विनय दुबे पर लॉकडाउन के बीच लोगों को गुमराह करने का आरोप है। मुंबई पुलिस ने विनय के खिलाफ धारा-188 और महामारी अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है। बता दें कि पहले वह बेकरी का काम करता था। ग्रामीणों की सूचना के अनुसार पिता मुंबई में ऑटो चलाते हैं। कई उत्तर भारतीयों ने ही उसपर पैसे खाने के आरोप लगाए। एनआरसी और सीएए के विरोध में इसने सैकड़ों यात्राएं की, उसी दौरान फॉलोवर भी बढ़े। इस शख्स के 2-4 महीने पहले फेसबुक पर करीब एक लाख फॉलोवर थे, लेकिन अब 2 लाख से ज्यादा हैं। 

Ankur Shukla | Published : Apr 15, 2020 8:15 AM IST / Updated: Apr 15 2020, 02:19 PM IST

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मोदी सरकार का विरोध करता रहा है बांद्रा में अफवाह फैलाने वाला शख्स, कभी बेकरी में करता था मजदूरी
विनय के फेसबुक अकाउंट पर दी गई जानकारी के मुताबिक वह नवी मुंबई का रहने वाला है। उसने खुद को उद्यमी और सामाजिक कार्यकर्ता बताया है, जबकि मूल रूप से भदोही जिले के औराई थाना क्षेत्र के हरिनारायनपुर गांव का निवासी है।
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स्थानीय लोगों के अनुसार वहां पहले वह बेकरी का काम करता था। ग्रामीणों की सूचना के अनुसार पिता मुंबई में ऑटो चलाते हैं। कई उत्तर भारतीयों ने ही उसपर पैसे खाने के आरोप लगाए। फेसबुक पर ही उन्हें देख लेने की धमकी भी दी है। 
 
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मुंबई में जब उत्तर भारतीयों को पीटा जा रहा था, तब यह आदमी फेसबुक पर मनसे, राज ठाकरे को खुली चुनौती देता था। बेकरी का काम के विनय ने उत्तर भारतीय महा पंचायत संगठन बनाया।
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राज ठाकरे के साथ मंच साझा करने अलावा भी विनय दुबे के राजनेताओं से अच्छे संबंध हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में कल्याण से चुनाव लड़ा। मगर, जमानत जब्त हो गई। स्थानीय लोगों के अनुसार क्षेत्र के जटाशंकर दुबे का पुत्र विनय जन्म से ही मुंबई में रहता है।
 
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विनय दुबे ने मुंबई से वाराणसी के लिए बसें भी चलवाईं हैं। इस शख्स के 2-4 महीने पहले फेसबुक पर करीब एक लाख फॉलोवर थे, लेकिन अब 2 लाख से ज्यादा हैं।
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एनआरसी और सीएए के विरोध में इसने सैकड़ों यात्राएं की, उसी दौरान फॉलोवर भी बढ़े। इस शख्स के 2-4 महीने पहले फेसबुक पर करीब एक लाख फॉलोवर थे, लेकिन अब 2 लाख से ज्यादा हैं। 
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विनय दुबे के जिस वीडियो की वजह से बांद्रा में आज भीड़ जुटी उसके 15 हजार से ज्यादा शेयर हैं। वहीं, विनय दुबे ने अपने ट्विटर अकाउंट कुछ ट्वीट किए हैं इनमें से एक में सत्ताधारी पार्टी की सहयोगी एनसीपी के नेताओं से उसकी करीबी झलकती है। 
 
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एक ट्वीट में विनय कहता है कि उसके पिता ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई के लिए महाराष्ट्र सरकार को अपने जीवन की सारी पूंजी दान कर दी। उसने इसे स्वीकारने के लिए गृह मंत्री अनिल देशमुख के साथ ही मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का आभार भी जताया है।
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मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन पर प्रवासी मजदूरों को गुमराह कर इकट्ठा करने के आरोपी विनय दुबे को मुंबई पुलिस ने एरोली क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया है। इसके बाद आरोपी विनय दुबे को मुंबई पुलिस देर रात बांद्रा स्टेशन ले गई। 
 
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पुलिस ने अनुसार आरोपी विनय दुबे 'चलो घर की ओर' कैंपेन चला रहा था। उसने अपने फेसबुक अकाउंट पर शेयर किए गए पोस्ट में इसी बात का जिक्र किया है। साथ ही अपनी एक टीम के बांद्रा में होने की बात कही है।
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एक पोस्ट में उसने 18 अप्रैल तक ट्रेनें शुरू नहीं होने पर देशव्यापी आंदोलन की चेतावनी तक दी है। बता दें कि इस मामले में पुलिस ने करीब एक हजार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन पर प्रवासी मजदूरों को गुमराह कर इकट्ठा करने के आरोपी विनय दुबे को मुंबई पुलिस ने एरोली क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया है। (फाइल फोटो)
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मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन पर प्रवासी मजदूरों को गुमराह कर इकट्ठा करने के आरोपी विनय दुबे को मुंबई पुलिस ने एरोली क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया है। इसके बाद आरोपी विनय दुबे को मुंबई पुलिस देर रात बांद्रा स्टेशन ले गई। 
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मुंबई पुलिस की एफआईआर में विनय दुबे पर लॉकडाउन के बीच लोगों को गुमराह करने का आरोप है। मुंबई पुलिस ने विनय के खिलाफ धारा-188 और महामारी अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है।(फाइल फोटो)
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फेसबुक पर विनय ने कई पोस्ट शेयर किए हैं, इनमें से एक वीडियो में वह कहता सुनाई देता है कि उसने महाराष्ट्र में फंसे प्रवासी मजदूरों के लिए 40 बसों का इंतजाम किया है, ताकि नि:शुल्क रूप से इन मजदूरों को उनके मूल घरों तक पहुंचाया जा सके। (फाइल फोटो)
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राज्य सरकारों से इसकी अनुमति मांगी परंतु अभी तक नहीं मिली है। वीडियो पोस्ट में इसी तरह की कई बातें विनय ने साझा की हैं। विनय के इस वीडियो को 15 हजार से ज्यादा बार शेयर किया जा चुका है।


 
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