कानपुर(Uttar Pradesh). यूपी के कानपुर में दबिश देने गई पुलिस टीम पर हमला कर 8 पुलिसकर्मियों को शहीद करने वाले हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे का पुराना आपराधिक इतिहास रहा है। बचपन से ही वह जरायम की दुनिया में अपना नाम बनाना चाहता था। पहले उसने गैंग बनाया और लूट, डकैती, हत्याएं करने लगा। 19 साल पहले उसने थाने में घुसकर एक दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री की हत्या की थी। उसने राजनीति के अखाड़े में भी उतर कर अपने काले कारनामों को खादी की चमक से छिपाने का प्रयास किया लेकिन कुछ ख़ास सफलता नहीं मिली। विकास अलग-अलग मामलों में कई बार गिरफ्तार हुआ, एक बार लखनऊ में एसटीएफ ने उसे दबोचा था। उसे एक हत्याकांड में उम्रकैद भी हो चुकी है। लेकिन वह जमानत पर बाहर आ गया था।