एक साल पहले मंहत ने 7 पेज की लिखी वसीयत
दरअसल, मंहत नरेंद्र गिरी ने यह वसीयत 2 जून 2020 को लिखी थी। जिसमें उन्होंने अपना और बाघम्बरी मठ उत्तराधिकारी बलवीर गिरि को बताया गया है। एक साल पहले मंहत ने यह वसीयत 7 पेज की लिखी है। जिसे स्टाम्प पर लिखा गया है और इसे रजिस्टर्ड बताया जा रहा है। हालांकि बाद में इस वसीयत को बदला भी गया है।