प्रयागराज (उत्तर प्रदेश). अखाड़ा परिषद (Akhada Parishad) के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि (Mahant Narendra Giri) की रहस्यमय ढंग से हुई मौत के बाद अब हर कोई यही बात कर रहा है कि बाघम्बरी मठ उत्तराधिकारी कौन होगा। हालांकि सुसाइड नोट में महंत ने अपना उत्तराधिकारी शिष्य बलबीर को घोषित किया हुआ है। लेकिन अभी इस पर कोई फैसला नहीं हो सका है। इसी बीच अब नरेंद्र गिरि की वसीयत सामने आई है। जो कि एक साल पहले लिखी गई थी। पढ़िए आखिर मंहत ने ्अपनी वसीयत क्यों बदली...