पंजाब के विधायक की दुल्हन बनीं ये कांग्रेस MLA, जनता के लिए पार्टी के खिलाफ कर दी थी बगावत
यूपी के रायबरेली की सदर सीट से कांग्रेस विधायक अदिति सिंह गुरुवार को पंजाब के नवांशहर से विधायक अंगद सैनी की दुल्हन बनीं। दोनों ने दिल्ली में सात फेरे लिए। 25 नवंबर को रिसेप्शन एक रिसॉट में रखा गया है। बता दें, अदिति भले ही पंजाब के अंगद की दुल्हन बन गईं हैं, लेकिन शाादी से पहले ही उन्होंने साफ कर दिया था कि वो रायबरेली को नहीं छोड़ेंगी।
Asianet News Hindi | Published : Nov 21, 2019 6:15 PM IST / Updated: Nov 22 2019, 04:34 PM IST
शादी का रिसेप्शन 25 नवंबर को नवांशहर में बड़े स्तर पर होगा।
रिसेप्शन पार्टी में कांग्रेस के छोटे से लेकर बड़े वर्कर तक 8 से 10 हजार लोगों को आमंत्रित किया गया है।
अंगद के पिता विधायक प्रकाश सिंह सैनी और अदिति के पिता विधायक अखिलेश सिंह करीब 20 साल दोस्त रहे। दिसंबर 2018 में अंगद और अदिति की सगाई हुई थी।
विधायक जोड़े ने दिल्ली के जोरबा होटल में सात फेरे लिए।
अदिति भले ही पंजाब के अंगद की दुल्हन बन गईं हैं, लेकिन शाादी से पहले ही उन्होंने साफ कर दिया था कि वो रायबरेली को नहीं छोड़ेंगी।
अदिति सिंह पंजाब के नवांशहर से विधायक अंगद सैनी की दुल्हन बनीं। दोनों ने दिल्ली में सात फेरे लिए। 25 नवंबर को रिसेप्शन एक रिसॉट में रखा गया है।
अदिति कहती हैं, अंगद और मैं एक ही राजनीतिक पार्टी कांग्रेस से हैं। हमें इसका फायदा मिलेगा। मैं अंगद को अपना जीवनसाथी पाकर खुश हूं। वह एक अच्छे इंसान हैं जो मेरी और मेरे काम की इज्जत करते हैं। एक ही पार्टी के लोग अलग-अलग विचारधारा के हो सकते हैं। लेकिन दोनों में से किसी को इसकी सजा नहीं मिलनी चाहिए। हालांकि, हम दोनों एक-दूसरे की विचारधारा का सम्मान करते हैं, उसे प्रभावित नहीं करते हैं।
अदिति ने कहा, शादी के बाद मेरी राजनीतिक पारी खत्म नहीं होगी। रायबरेली मेरी जिम्मेदारी है। यहां मेरा दिल बसता है। यह मेरे पुरखों की धरती है। शादी बस एक नई शुरुआत है। शादी के बाद भी मैं यहां के लिए काम करना बंद नहीं करूंगी।
बता दें, इस बार 2 अक्टूबर यानी महात्मा गांधी जयंती को यादगार बनाने के लिए योगी सरकार ने विशेष सत्र बुलाया था। जिसका सपा सहित कांग्रेस ने बहिष्कार किया था। इसके बावजूद अदिति सिंह सत्र में शामिल हुईं थीं। उन्होंने कहा था, मैं रायबरेली के विकास के लिए सत्र में शामिल हुईं। सदन में अपने क्षेत्र के मुद्दे उठाए। अदिति के इस कदम पर उन्हें कांग्रेस ने कारण बताओ नोटिस जारी किया था।
अदिति ने कहा, पता नहीं क्यों यह बार यह सवाल महिलाओं से ही क्यों पूछा जाता है कि वे शादी के बाद करियर और घर-परिवार में बैलेंस कैसे बनाएंगी? मैं बता देना चाहती हूं कि महिलाओं के पास यह क्षमता होती है कि वे दोनों चीजें संभाल सकती हैं, मैं भी वही करूंगी।
अदिति ने अमेरिका की ड्यूक यूनिवर्सिटी से मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उनकी स्कल की पढ़ाई बोर्डिंग स्कूल से हुई है। उन्हंने से 12 क्लास की पढ़ाई दिल्ली से की थी। इसके बाद वह आगे की एज्जूकेश्न के लिए अमेरिका चली गईं थी।
अदिति के पिता अखिलेश सिंह ने ही उनकी शादी अंगद से य की थी। अखिलेश सिंह ने 5 बार रायबरेली सदर सीट पर चुनाव जीता था। करीब 6 महीने पहले उनका निधन हो गया।
अदिति सिंह यूपी में सबसे युवा विधायकों में से एक हैं। उन्होंने साल 2017 में 90 हजार अधिक वोटों के साथ रायबरेली सदर सीट हासिल की थी।
अदिति सिंह इससे पहले तब भी सुर्खियों में आई थीं, जब राहुल गांधी के साथ उनकी शादी की खबरें फैलीं थीं, जिसके बाद अदिति सिंह ने खंडन किया और राहुल गांधी को अपना भाई बताया। साथ ही कहा था कि राहुल उनके भाई जैसे हैं, वो उनको राखी बांधती हैं।
अदिति और अंगद दोनों ही 2017 में पहली बार विधायक बने हैं और दोनों को ही राजनीति विरासत में मिली है।
मीडिया को दिए एक बयान में अदिति ने कहा था- मैं लंदन में खुश थी लेकिन रायबरेली का पिछड़ापन मुझे कचोटता था। यही वजह थी कि मैं वापस आई।