इस राजकुमारी की वजह से ताजमहल में फेमस है एक जगह, हर शख्स की वहां जाने की होती है ख्वाहिश
आगरा (Uttar Pradesh). अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पत्नी मेलानिया के साथ 24 और 25 फरवरी को 2 दिवसीय दौरे पर भारत आ रहे हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि वो पत्नी के साथ ताजमहल का दीदार करने आगरा जा सकते हैं। आज हम आपको ताज और यूके की राजकुमारी रहीं प्रिंसेस डायना के कनेक्शन के बारे में बताने जा रहे हैं।
28 साल पहले 11 फरवरी 1992 को राजकुमारी डायना अकेले ताज महल घूमने आई थीं। डायना की सुरक्षा के लिहाज से पूरा ताज खाली करवा लिया गया था। 2 घंटे तक आम पर्यटकों को ताज महल में जाने की परमिशन नहीं थी। बताते हैं, डायना रॉयल गेट से अंदर पैदल गईं थीं।
अंदर घुसते ही सामने ताज देख कुछ देर के लिए वो रुक गईं और ताज को निहारती रहीं। इसके बाद वो सेंट्रल टैंक की ओर बढ़ गईं। इसी जगह पर उस समय कहे जाने वाले लर्वस बेंच पर डायना बैठीं। उनके पीछे ताज महल था।
फोटोग्राफर्स ने डायना की बेंच पर बैठी फोटो को कैमरे में कैद कर लिया। जिसके बाद यह फोटो इतनी फेमस हुई कि बेंच का नाम 'डायना' ही रख दिया गया।
आज जो भी शख्स ताज महल घूमने जाता है वो एक बार डायना बेंच पर बैठकर फोटो जरूर खिंचवाता है। क्योंकि इसपर बैठने के बाद बैकग्राउंड में ताज महल के साथ फोटो एक यादगार पल की तरह होती है।
उस समय एएसआई के संरक्षक सहायक डॉ. आरके दीक्षित ने डायना को ताज में घूमने के दौरान शू कवर दिया था। आम तौर पर सभी वीवीआईपी को ये शू कवर दिए जाते हैं। लेकिन डायना ने उसे पहनने से इनकार कर दिया और कहा कि शाहजहां व मुमताज की कब्र एक पवित्र जगह है और यहां नंगे पैर ही जाना चाहिए।
ताज घूमने के दौरान प्रिंसेस गाइड से ताज के इतिहास के बारे में जानती रहीं। जब उन्हें बताया गया कि मुमताज की मौत 14वें बच्चे के जन्म के दौरान हो गई थी, तब वो चौंक गईं।
डायना ने ताज के विजिटर्स बुक पर बिना कमेंट लिखे सिर्फ साइन किया था। एएसआई के अधिकारियों ने अनुरोध किया तो डायना मुस्कुराते हुए बोली– ताज इतना खूबसूरत है कि मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकती। विजिटर बुक पर कुछ भी लिखना मेरे लिए मुश्किल है।
बताया जाता है कि डायना के ताज अकेले आने को ब्रिटिश मीडिया ने उनकी फेल मैरिज से जोड़ा था। ताज विजिट के सिर्फ 10 महीने बाद दिसंबर 1992 में डायना प्रिंस चार्ल्स से ऑफिशियली अलग हो गई थीं।