जब गीता सिंह ने अपनी जॉब छोड़ी, तो परिजनों को हैरानी हुई। सबने समझाया कि अगर प्राइवेट जॉब नहीं करना, तो सरकारी नौकरी की तैयारी करो। लेकिन गीता हंसकर टालती रहीं। गीता ने जब अपनी कंपनी खोली, तब सिर्फ एक स्टाफ था। पैसे बचाने वे खुद साफ-सफाई करती थीं। यानी सबकुछ वे ही देखती थीं।