इकलौती बेटी की शादी को दिन-रात मेहनत से पिता जुटा रहा था पैसे, लेकिन हुआ एक हादसा और बिखर गए सपने

Published : Aug 25, 2020, 03:22 PM IST

लखनऊ(Uttar Pradesh). यूपी के लखनऊ में तेज रफ्तार कार ने भाई बहन को रौंद दिया। जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। जबकि टक्कर से एक किशोरी और एक मासूम बच्ची भी गम्भीर रूप से घायल हो गई। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना से नाराज ग्रामीणों ने हाइवे पर जाम लगाकर प्रदर्शन व हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस से उनकी तीखी झड़प व धक्का-मुक्की हुई, जिससे हालात बेकाबू हो गए। ग्रामीणों ने पथराव कर पुलिस को खदेड़ दिया। दो घंटे के उपद्रव के दौरान कई बार पथराव हुआ। इसमें कई घायल भी हुए। घटना में मारे गई भाई बहन में बहन की इसी साल शादी होनी थी।  

PREV
16
इकलौती बेटी की शादी को दिन-रात मेहनत से पिता जुटा रहा था पैसे, लेकिन हुआ एक हादसा और बिखर गए सपने

लखनऊ के निगोहा के मस्तीपुर गांव निवासी सुखराम आर्थिक रूप से काफी कमजोर है। उसने जीविका चलाने के लिए गांव में ही हाईवे पर नाले के ऊपर गुमटी में छोटी से दुकान खोल रखी है। इसी दुकान से होने वाली कमाई से वह अपने चार बेटों, एक बेटी व पत्नी समेत 7 लोगों का पेट पालता है।

26

सोमवार को तकरीबन 2 बजे सुखराम खाना खाने के लिए घर गया था। दुकान पर उसकी इकलौती बेटी रीना(22) और बेटा कुलदीप(18) थे। उनके साथ उनकी ममेरी बहन भी एक छोटी बच्ची के साथ बैठे हुए थे।
 

36

तभी लखनऊ से रायबरेली की ओर जा रही तेज रफ्तार कर अनियंत्रित होकर नाले पर चढ़ गई, उनकी गुमटी में टक्कर मार दिया। टक्कर इतनी जोरदार थी कि रीना और कुलदीप उछलकर दूर जा गिरे, जबकि गुमटी से टूटी लकड़ियों से उनकी ममेरी बहन और उसके साथ मौजूद मासूम बच्ची गंभीर रूप से घायल हो गए।

46

ग्रामीणों ने सभी को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाने के साथ ही चालक की पिटाई करने के बाद पुलिस के हवाले कर दिया। इलाज के दौरान रीना और कुलदीप दोनों की मौत हो गई। भाई बहन की मौत से नाराज ग्रामीणों ने हाईवे पर जाम लगाकर बवाल काटना शुरू कर दिया। कुछ लोगों ने ईंटें, गिट्टियां उठाकर फेंकना शुरू कर दिया। पथराव से कई वाहनों के शीशे टूट गए। जवाब में पुलिस ने भी पत्थर चलाए। 
 

56

रीना और कुलदीप के पिता सुखराम और मां चन्द्रकला का रो-रोकर बुरा हाल है। सुखराम ने रोते हुए बताया कि इसी साल बेटी की शादी करने का प्लान था। इसके लिए छोटी से दुकान से एक-एक रूपए जोड़ कर बचा रहा था। लेकिन अब तो मेरे सारे सपने ही टूट गए। क्या पता था कि उसकी डोली की जगह अर्थी को कंधा देना पड़ जाएगा।
 

66

एसपी ग्रामीण आदित्य व तहसीलदार ने मुआवजा, कार चालक पर कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत कराया। पुलिस ने चालक को हिरासत में ले लिया है। उसके मुताबिक हादसा मवेशी से बचने के चक्कर में हुआ। जौनपुर निवासी चालक परवेज के मुताबिक हादसा अचानक सड़क पर आए मवेशियों को बचाने के चक्कर में हुआ है।

Recommended Stories