10 घंटे तक 24 बच्चों को बंधक बनाने वाले साइको को पुलिस ने किया ढेर, उधर गुस्साई भीड़ ने पत्नी को मार डाला
फर्रुखाबाद (Uttar Pradesh) । मोहम्मदाबाद क्षेत्र के करथिया में भीड़ की पिटाई से घायल महिला की मौत हो गई। महिला का का गुनाह बस इतना था कि 10 घंटे तक गांव के 24 बच्चों को बंधक बनाने वाले साइको हो चुके सुभाष बाथम की वह पत्नी थी, जिसका पुलिस ने 8 घंटे की मशक्कत के बाद एनकाउंटर कर दिया था। बता दें कि ने इस घटना के दौरान भीड़ की पिटाई से घायल महिला को गंभीर हालत में लोहिया अस्पताल में भर्ती किया गया था, जहां उसने दम तोड़ दिया।
Ankur Shukla | Published : Jan 31, 2020 6:30 AM IST
वालों को सबक सिखाने को शातिर सुभाष बाथम ने अपनी एक साल की बेटी के जन्मदिन के बहाने गांव के 24 बच्चों को अपने घर बुलाकर कैद कर लिया। बच्चों को बंधन बनाने के बाद आरोपी ने पुलिस टीम पर उसने हमला बोला।
बम से उड़ाने की धमकी दी थी। जवाबी कार्रवाई में उसे मार गिराया गया। वहीं शाम को ही भीड़ ने उसकी पत्नी रूबी को भी जमकर कर दिया था। पुलिस ने बेहोशी की हालत में देर रात लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया था।
इमरजेंसी डॉक्टर सर्वेश यादव ने बताया रूबी के गंभीर हेड इंजरी के अलावा शरीर मे तीन चोटें थीं। गंभीर हालत में सुबह छह बजे सैफई के लिए रेफर किया गया था, लेकिन उसने दम तोड़ दिया।
बता दे कि करीब तीन महीने पहले एसओजी ने फतेहगढ़ में हुई चोरी के आरोप में सुभाष बाथम को जेल भेज दिया। वहां से डेढ़ माह पूर्व जमानत पर छूटा। खुद को फंसाने के शक में उसने पुलिस व ग्रामीणों से बदला लेने की योजना बना डाली थी।
गुरुवार दोपहर करीब 3:30 बजे अपनी एक साल की बेटी के जन्मदिन के बहाने गांव के करीब 24 बच्चे घर बुलाए और सभी को बंधक बना लिया।
गुस्साई भीड़ ने उसकी पिटाई शुरू कर दी। इसके बाद वह छुड़ाकर अंदर भागा तो पीछे से पुलिस भी घुस गई। इस पर वह फिर फायरिंग करने लगा, जवाबी फायरिंग में पुलिस की गोली लगने से सुभाष की मौत हो गई। इसके बाद पुलिस ने घर में बने बेसमेंट से बच्चों को सकुशल निकाल लिया।