बरेली (उत्तर प्रदेश). पूरे देश में कोरोना से हालात बिगड़ चुके हैं, हजारों लोगों की सांसे थम रही हैं। लेकिन इसके बाद भी कुछ लोग मरीजों और उनके परिजानों की मदद करने से पीछे नहीं हट रहे हैं। वह अपने स्थर पर तमाम चुनौतियों के बीच पीड़ितों की सहायता करने में जुटे हुए हैं। लेकिन उत्तर प्रदेश से ऐसी दो दिल को झकझोर देने वाली कहानियां सामने आई हैं। जिनसे मानवता कुछ यूं शर्मसार हुई है कि मानों इंसानियत का अंतिम संस्कार कर दिया गया हो। किसी को इस महामारी के दौर में मानसिक सुकून की जरूरत थी तो उन्हें दुत्कार मिली। तो किसी को मरने के बाद भी ऐंबुलेंस नसीब नहीं हो सकी। आइए जानते हैं ऐसी दो कहानी...