इटावा (उत्तर प्रदेश). महिलाएं खुशियों के मंगलगीत गा रही थीं। बेटी की शादी के लिए बारात भी आ चुकी थी। घरवालों ने बड़ी धूमधाम से वर पक्षा स्वागत सत्कार भी किया। दूल्हा-दूल्हन ने एक दूसरे को जयमाला पहना चुके थे। इतना ही नहीं दुल्हन की मांग भी भरी जा चुकी थी। विवाह की सभी रस्में चल रहीं थीं। इसी दौरान अचानक सात फेरे से पहले दुल्हन की मंडप में मौत हो गई। समारोह में कोहराम मच गया कोई समझ ही नहीं पाया कि यह क्या हो गया।