कुछ ऐसे हैं योगी सरकार के 7 नए सिपाही: कोई पहली ही बार बना विधायक, तो कोई रह चुका है सेंट्रल मिनिस्टर

Published : Sep 26, 2021, 07:56 PM IST

लखनऊ. उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के नए मंत्रिमंडल का विस्तार हो गया है। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने 7 नए मंत्रियों को शपथ दिलाई। सबसे पहले कैबनेट मंत्री के रुप में जतिन प्रसाद ने मंत्रिपद की शपथ ली। इसके बाद छत्रपाल गंगवार ने भी शपथ ली। फिर पलटू राम, संगीता बलवंत बिंद, संजीव कुमार, दिनेश खटीक और धर्मवीर प्रजापति ने शपथ ली। जानिए योगी टीम के नए चेहरों की प्रोफाइल...  

PREV
17
कुछ  ऐसे हैं योगी सरकार के 7 नए सिपाही: कोई पहली ही बार बना विधायक, तो कोई रह चुका है सेंट्रल मिनिस्टर

1. जितिन प्रसाद: तीन महीने पहले कांग्रेस से छोड़कर भाजपा में शामिल हुए जितिन प्रसाद भी योगी मंत्रिमंडल में शामिल हो गए। उन्हें कैबिनेट मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है। वह पहली बार वे 2004 में यूपी के शाहजहांपुर से लोकसभा चुनाव जीते थे। वह यूपीए सरकार यानि मनमोहन सरकार में मंत्री भी रहे हैं।

27

2. छत्रपाल गंगवार:  65 साल के छत्रपाल बरेली के बहेड़ी से विधायक हैं, वह कुर्मी समाज से आते हैं। वह 2007 के चुनाव में पहली बार विधायक बने। इसके बाद 2012 के चुनाव में हार गए। छत्रपाल आरएसएस के प्रचारक के रूप में काम कर चुके है। वह अपना  2002 में  विधानसभा का चुनाव हार गए थे।

37

3. पलटू राम: योगी मंत्रिमंडल में शामिल पलटू राम अनुसूचित जाति के नेता हैं। वह पहली बार विधायक चुने गए हैं और अब उनको सीधा मंत्री बना दिया गया है। बताया जाता है कि उनके कुर्सी देने के पीछे बीजेपी की जातीय समीकरण साध रही है।

47

4. दिनेश खटीक : योगी सरकार के कैबिनेट विस्तार में दिनेश खटीक ने भी मंत्री पद की शपथ ली। दिनेश खटीक मेरठ जिले के  हस्तिनापुर  विधानसभा सीट से विधायक हैं। वह अनुसूचित जाति का चेहरा हैं।

57

5. संगीता बलवंत बिंद: चुनाव से पहले योगी की नई टीम में एक महिला को भी शामिल किया गया है। 42 साल की संगीता बिंदू पिछली जाति से आती हैं। वह गाजीपुर सदर सीट से पहली बार विधायक चुनी गई हैं। बताया जाता है कि उन्होंने अपनी राजनीति की शुरूआत स्टूडेंट लाइफ से शुरू कर दी थी।

67

6. धर्मवीर प्रजापति: योगी सरकार में छठे मंत्री बनाए गए धर्मवीर प्रजापति मूलरूप से हाथरस जिले के रहने वाले हैं। वह पिछड़ा वर्ग यानि ओबीसी कोटे से हैं। वह इसी साल 2021 में विधान परिषद में पहुंचे हैं। आरएसएस के स्वयंसेवक के रूप में भी उनकी पहचान है। छात्र जीवन से ही वह संघ से जुड़ गए थे। इसके बाद उन्होंने भाजपा से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की।

77

7. संजीव कुमार: योगी कैबिनेट के आखिरी मंत्री संजीब कुमार अनुसूचित जाति से हैं। वह फिलहाल सोनभद्र जिले के ओबरा सीट से विधायक हैं। आदिवासी समुदाय में उनकी अच्छी पकड़ मानी जाती है। वह अनुसूचित जनजाति मोर्चा के अध्यक्ष भी हैं।

Recommended Stories