वाराणसी(Uttar Pradesh). पूरे विश्व में काशी धार्मिक नगरी के नाम से जाना जाता है। लोगों का मानना है कि यहां प्राण त्यागने वाले लोगों को सीधे मोक्ष होता है। धार्मिक मान्यता है कि यहां यमराज का शासन नहीं चलता। यहां प्राण त्यागने वालों को खुद भगवान शिव तारक मंत्र प्रदान करते हैं। यही कारण है कि मणिकर्णिका घाट में कभी चिताओं की आग शांत नहीं होती। हांलाकि इस बात को विज्ञान नहीं मानता. लेकिन इस बार काशी में कुछ ऐसा हुआ जिसने विज्ञान को भी सोचने पर मजबूर हो गया। मोक्ष की तलाश में डॉक्टरी की पढ़ाई कर रहे एक छात्र ने गंगा में जीवित जल समाधि ले ली। बताया जा रहा है कि BHU के इस छात्र का जीवन अध्यात्म की ओर मुड़ गया था जिसके बाद उसने ये खौफनाक कदम उठा लिया। हांलाकि पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।