ऑस्ट्रेलिया में भी ऐसा ही फैसला लिया गया था। साथ ही पांच से अधिक लोगों के इक्कठा होने पर रोक लगाई थी। लेकिन इस मुस्लिम परिवार ने इसे नहीं माना और दुबारा यहां कोरोना फैला दिया। कहा जा रहा है कि जितने भी एक्टिव केस अभी इस देश में सामने आए हैं, वो इस पार्टी से जुड़े लोगों के जरिये ही है।