हटके डेस्क: दुनिया कोरोना से जंग लड़ रही है। इस जानलेवा वायरस ने अभी तक लगभग 40 लाख लोगों को संक्रमित कर दिया है, जबकि मौत का आंकड़ा भी जल्द 3 लाख पहुंच जाएगा। ये वायरस काफी तेजी से अपने पैर दुनिया में पसार चुका है। इस वायरस के कारण दुनिया के कई देशों को लॉकडाउन किया गया। इस बीच वायरस ने लोगों की जिंदगी को काफी प्रभावित कर दिया है। लोग अपने दोस्तों से अब सिर्फ डिजिटल माध्यम से देख-सुन पा रहे हैं। इस बीच रमजान का महीना भी शुरू हो गया। कुछ लोगों को छोड़ दें, तो दुनिया के कई मुस्लिम देशों ने कोरोना में लोगों से मस्जिद की जगह घर में ही नमाज अदा करने को कहा। दुनिया में कोरोना ने अल्लाह की इबादत का तरीका पूरी तरह बदल दिया है। आज आपको तस्वीरों में दिखाते हैं कि आखिर कोरोना ने कैसे रमजान का चेहरा ही बदल दिया।
रमजान का महीना, जब हर गली में लोगों की भीड़ नजर आती थी, आज सुनसान है। सोशल डिस्टेंसिंग की वजह से अब लाइव स्ट्रीमिंग के जरिये लोग अल्लाह के दर को देख पा रहे हैं।
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लाहौर की इस तस्वीर में इफ्तार के लिए खाना खरीद रहे लोग अब सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रख रहे हैं।
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पाकिस्तान के रावलपिंडी के जामिया मस्जिद में 7 मई 2019 में इस तरह नमाज अदा की गई थी। तब शाम को इफ्तार के बाद लोग खुदा को शुक्रिया कह रहे थे।
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इस साल 25 अप्रैल को रमजान के पहले दिन जामिया मस्जिद में शाम को कुछ ऐसा नजारा दिखा। कोरोना ने लगभग हर मस्जिद को खाली करवा दिया है।
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कराची में पुलिसकर्मी रमजान मेंइस तरफ इफ्तार करते नजर आए। अपनी ड्यूटी के बीच खुदा की इबादत का ये नजारा दिल को छूने वाला है।
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रावलपिंडी में लॉकडाउन के दौरान गरीबों को बंट रहे खाने के साथ इफ्तार करती ये बुजुर्ग।
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अमेरिका में रहने वाले इस मुस्लिम परिवार ने साथ बैठकर परिवार के इफ्तार करते हुए तस्वीर को शेयर किया।
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भारत के अहमदाबाद में 7 मई 2019 को रमजान के पहले दिन लोग जुमा मस्जिद में इस तरह एक साथ इफ्तार करते दिखे थे।
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इस साल कोरोना पर रमजान के पहले दिन इतना सन्नाटा नजर आया।
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रावलपिंडी में 7 मई 2019 को सड़क के किनारे कुछ ऐसा नजारा दिखा था।
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इस बार इन सड़कों पर कोई भी नहीं था। ये खाली सड़कें साफ़ बता रही कि कोरोना ने दुनिया को कितना प्रभावित किया है।
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श्रीलंका का एक परिवार रमजान के पहले दिन कुछ इस तरह इफ्तार करता नजर आया।
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कराची में रमजान के दौरान गरीबों के बीच खाना वितरित किया गया।
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भारत के प्रयागराज में एक मजदुर सेवई को सुखाता हुआ। रमजान में सेवइयां काफी खाई जाती है।
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ब्राज़ील में रमजान के पहले दिन एक खाली मस्जिद में नमाज अदा करते मौलवी। अब कई देशों में मस्जिदों में हो रहे नमाज को लाइव स्ट्रीम किया जा रहा है। ताकि जो मस्जिद नहीं आ पा रहे, वो घर से ही इसे देख पाए।
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रमजान में मक्का को सनिताईज करते कर्मचारी। इस बार पहली बार पूरा मक्का सुनसान है।
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भारत की राजधानी दिल्ली में एक परिवार इफ्तार करते हुए।
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अल्बानिया में एक परिवार घर एक अंदर नमाज अदा करते हुए।
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पिछले साल 19 जुलाई को रमजान में ढाका की सड़कों पर इतनी रौनक दिखाई दी थी।
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इस साल सड़कों पर मास्क लगाए लोग सन्नाटे को दिखाते हुए।
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सीरिया में इस बार रमजान में व्यापार काफी प्रभावित हुआ है। इन दुकानों में कदम रखने की जगह नहीं होती थी, वहां अब ऐसा सन्नाटा है।
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कश्मीर में एक बच्ची रमजान पर खाली सड़कों पर कबूतर को दाना खिलाते हुए। श्रीनगर में सड़कें कोरोना के कारण सुनसान है।
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ईरान में कस्टमर के इन्तजार में एक दुकानदार। कोरोना ने इस बार रमजान के बाजार को काफी प्रभावित कर दिया है।
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पेशावर में एक एनजीओ लोगों के बीच रमजान के दौरान अनाज वितरण की तैयारी करते हुए।
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पेशावर में एक मुस्लिम मस्जिद में अकेले बैठकर कुरान पढ़ते हुए।