लॉकडाउन खत्म करते ही चीन में दुबारा फैला कोरोना, इस बार तो लोगों में दिख भी नहीं रहे लक्षण, सीधे मौत
हटके डेस्क: दुनिया में फिलहाल कोरोना के 13 लाख 36 हजार संक्रमित मरीज हैं। साथ ही इससे हुई मौत का आंकड़ा 76 हजार पार कर चुका है। ये वायरस चीन से शुरू हुआ था। चीन के हुबेई प्रांत से ही कोरोना का पहला मामला सामने आया था। चीन में कोरोना ने कुल 81 हजार 740 लोगों को संक्रमित किया था। जिसमें 33 सौ से अधिक मौत हुई थी। लेकिन बीते कुछ दिनों से यहां कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या में कमी आई। साथ ही देश ने भी ऐलान कर दिया कि उन्होंने कोरोना पर रोक लगा ली है। इसके बाद यहां लगाय गया लॉकडाउन भी खत्म कर दिया गया था। लेकिन ये चीन की सबसे बड़ी गलती साबित हुई। अचानक ही इस देश से कोरोना के 15 सौ से अधिक मामले सामने आ गए। वो भी एक और खतरा लेकर...
चीन से शुरू हुए कोरोना वायरस ने आज दुनिया के लगभग हर देश को अपना शिकार बना लिया है। हर देश ने अपने यहां संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन कर दिया। इस बीच चीन ने कोरोना पर विजय का ऐलान करते हुए लॉकडाउन हटा दिया।
लॉकडाउन हटाने के बाद यहां लोग सड़कों पर लौट आए। बीते दिनों चीन के पर्यटन स्थलों में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। जिसके बाद दुनिया ने चिंता जाहिर की थी कि ऐसे तो ये वायरस और बढ़ जाएगा।
अब चीन से एक और खौफनाक खबर सामने आई। लॉकडाउन हटने के बाद यहां दुबारा कोरोना वायरस ने अटैक कर दिया है। ये वायरस पिछले से भी ताकतवर और खतरनाक है।
नए कोरोना का जन्म भी हुबेई प्रांत में ही हुआ है, जहां से पिछली बार कोरोना शुरू हुआ था। इस बार का वायरस और खतरनाक है क्योंकि इसका कोई लक्षण नहीं है।
दरअसल चीन में मार्च के महीने में नए मामलों में तेजी से कमी देखने को मिली। ऐसे में चीन को लगा कि हुबेई में ये वायरस अब खत्म हो गया है।
उन्होंने लॉकडाउन खत्म कर दिया। इसके बाद यहां दुकानें खुलने लगी। लोग बाहर जाने लगे।
लेकिन ये कदम काफी भारी पड़ा। दो महीने तक लॉकडाउन के कारण ये वायरस काबू में था। लेकिन जैसे ही लोग बाहर निकले वैसे ही ये वायरस बेकाबू हो गया।
लॉकडाउन हटने पर विमान सेवा शुरू हुई। ऐसे में विदेशों में रहने वाले चीन के नागरिक जो वहां से कोरोना से ठीक होकर लौटे थे उन्होंने चीन में कदम रखा। लेकिन इस बार वो नए कोरोना का शिकार हो चुके थे।
उन्होंने ही चीन में इस वायरस के नए रूप को फैलाया। ऐसे में चीन का लॉकडाउन हटाना सबसे गलत फैसला साबित हुआ।
इस नए वायरस में संक्रमित इंसान को भी पता नहीं होता कि उसे कोरोना है। ऐसे में वो अनजाने ही कई लोगों में कोरोना बांट देता है। इसमें कोई लक्षण नहीं है।
इस नए वायरस को एसिम्टोमैटिक केस कहा जा रहा है। ये काफी खतरनाक है। और तेजी से फ़ैल रहा है।
इससे पहले कोरोना से संक्रमित मामलों को सिम्टोमैटिक केस कहा जाता था। उसमें शख्स को सर्दी, खांसी, गले में दर्द आदि लक्षण से पता चल जाता था कि उसे कोरोना हो सकता है। ऐसे में जांच से वो खुद की जान बचा सकता था।
लेकिन अब नए मामले में कोई भी लक्षण नहीं है। इंसान का तापमान भी सामान्य रहता है। ऐसे में इस वायरस के फैलने पर इसे रोक पाना काफी मुश्किल हो जाएगा।
भारत में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन है। ऐसे में अगर यहां अभी जब कोरोना संक्रमित मामलों में कमी नहीं आई है, ये वायरस फैला तो मामला काफी बिगड़ जाएगा।