Published : May 10, 2020, 12:21 PM ISTUpdated : May 10, 2020, 03:42 PM IST
हटके डेस्क: दुनिया में कई ऐसे लोग हैं,जो दुनिया की नजरों से दूर रहते हैं। ये लोग आधुनिक जिंदगी से दूर रहना पसंद करते। हैं जहां पहनावे में ये आम लोगों से अलग दिखाई देते हैं, वहीं कुछ ऐसे कबीले भी हैं, जिनका रहन-सहन का तरीका आधुनिक लोगों से भी ज्यादा एडवांस है। सोशल मीडिया पर दिल्ली के एक फोटोग्राफर ने इन कबीले के लोगों की तस्वीरें शेयर कर इनका रहन-सहन का तरीका लोगों के सामने शेयर किया है। हिमालय में रहने वाले ड्रॉपका लोगों के बारे में काफी कम लोग ही जानते हैं। इन लोगों का हेयरस्टाइल इन्हें काफी अलग बना देता है। 31 साल के फोटोग्राफर अमन चोटानी, जो कि दिल्ली में रहते हैं, उन्होंने इन लोगों के साथ काफी समय बिताया। इस दौरान उन्होंने इनकी जिंदगी को काफी करीब से देखा। इन कबीले के लोगों की जिंदगी के जानकर आप भी हैरान हो जाएंगे...
फोटोग्राफर अमन चोटानी ने दुनिया को भारत के उन समुदायों से मिलवाने की कोशिश की है, जो लोगों की नजर से दूर रहते हैं। उन्होंने अभी तक भारत के 10 राज्यों में घूमकर कई समुदायों के लोगों की तस्वीर खींचीं है।
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हिमालय में रहने वाले ड्रॉपका ट्राइब के लोग योद्धा होते हैं। ये लोगों की नजर से दूर ही रहना पसंद करते हैं। ये लोग जम्मू कश्मीर के इंडस रिवर के किनारे बसे हैं।
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हिमालय की चोटियों में रहने वाली इस ट्राइब में महिलाओं का अहम रोल होता है। खुद को सजाने के लिए ये कई तरह के फूलों से खुद को सजाती हैं।
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ड्रॉपका ट्राइब की बुजुर्ग महिला। फोटोग्राफर ने ये भी बताया कि अभी इस समुदाय में 3 हजार लोग ही बचे हैं।
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इस ट्राइब में मर्द अपनी बीवियों की आपस में अदला-बदली भी करते हैं। ये काफी अजीब सी परंपरा है, जिसे मॉडर्न सोसाइटी नहीं अपना पाती। लेकिन यहां नॉर्मल है।
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इस ट्राइब की महिलाएं सजना-संवरना काफी पसंद करती हैं। ये अपने बालों को तरह-तरह के हेयरस्टाइल से सजाती हैं। साथ ही बकरी के खाल से तैयार टोपियां पहनती हैं।
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फोटोग्राफर ने नॉर्थ ईस्ट में रहने वाले कोन्याक ट्राइब की तस्वीरें भी लोगों के साथ शेयर की। इन्हें हेड हंटर के नाम से भी जाना जाता है। इन समुदाय के मर्द अलग तरह के हेयरस्टाइल के लिए जाने जाते हैं।
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कोन्याक ट्राइब के लोग बेहतरीन शिकारी होते हैं। अपने सिर पर ये खुद किये गए सबसे खतरनाक शिकार की हड्डी सजाते हैं।
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इस ट्राइब में लोग चेहरे पर टैटू बनवाते हैं। ऐसे ही चेहरे पर टैटू बनवाए कबीले के एक सदस्य की तस्वीर।
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इस समुदाय में शिकार को बहादुरी का सिंबल माना जाता है। अपनी बहादुरी दिखाने के लिए और जवानी के दौर में कदम रखने के लिए ये अलग हेयरस्टाइल बनाते हैं।
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चोटानी ने राजस्थान के रैकस ट्राइब के लोगों के साथ भी समय बिताया। इस कबीले की एक महिला की तस्वीर।
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अरुणाचल प्रदेश में रहने वाले अपातानी ट्राइब की महिलाएं अपने शरीर पर टैटू बनवाती हैं। साथ ही नाक में ऐसे आभूषण पहनती हैं।
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अपातानी ट्राइब की महिलाएं अपने नाक में ऐसे आभूषण बदसूरत बनने के लिए पहनती हैं। ताकि कोई अन्य मर्द उन्हें किडनैप कर ले ना भागे।
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भील समुदाय की महिलाएं भी गहनों की काफी शौक़ीन होती हैं। ये बंजारे होते हैं जो आज यहां कल वहां घूमते हैं।
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फोटोग्राफर चोटानी ने कहा कि इन तस्वीरों का मकसद इन लोगों को दुनिया के सामने लाना था। ये अब काफी कम संख्या में बचे हैं। इनका में ट्रेडिशन, परंपरा इनके साथ ही दफन हो जाएगा।