हटके डेस्क। महिलाओं पर होने वाले अत्याचारों के लिए आवाज हमेशा से मुखर होती रही है। कहते हैं जितना अपराधी जुर्म करने वाला होता है उतना ही अपराधी जुर्म सहने वाला होता है। बोयिनाडा चांचुआंग जब 10 साल की थीं तब से वे शारिरिक शोषण का शिकार हो रहीं हैं। उनका शोषण करने वाला कोई और नहीं बल्कि खुद उनके पिता था। लेकिन कहते हैं कि हर जुर्म का अंत जरूर आता है। बोयिनाडा अब 29 साल की हैं उन्होंने 19 साल बाद अपने पिता को सबक सिखाने के लिए कदम उठाया। जैसे ही उनके पिता ने बोयिनाडा के साथ जबरदस्ती की बोयिनाडा ने तेज धार वाले चाकू से अपने पिता के प्राइवेट पार्ट के काट डाला। आइये आपको पूरी कहानी बताते हैं।