क्या वाकई चिकन खाने से फैलता है कोरोना वायरस, मार्केट में 10 रुपए किलो भी खरीदने को तैयार नहीं लोग
कोरोना वायरस के फैलने से सबसे ज्यादा असर पॉल्ट्री बिजनेस पर पड़ा है। लोग डर की वजह से नॉनवेज फूड कम खा रहे हैं। लोगों को लगता है कि नॉनवेज फूड से कोरोना वायरस का संक्रमण हो सकता है। इसलिए वे सावधानी बरत रहे हैं। नॉनवेज आइटम में सबसे ज्यादा लोग चिकन और अंडे खाना पसंद करते हैं। लेकिन कोरोना के चलते दुनिया के कई देशों में चिकन और अंडों की मांग में भारी गिरावट आई है। वैसे, यह अभी तक कन्फर्म नहीं हुआ है कि चिकन खाने से कोरोना वायरस का संक्रमण होने का खतरा है। भारत में भी कोरोना वायरस के 100 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। इसलिए यहां भी चिकन के मार्केट में मंदी छाई हुई है। भारत में सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले सामने आए हैं। वहां करीब-करीब लोगों ने चिकन खाना बंद ही कर दिया है। महाराष्ट्र के कई शहरों में चिकन 10 रुपए किलो बिक रहा है, फिर भी लोग खरीद नहीं रहे हैं। भारी घाटे के कारण वहां पॉल्ट्री का बिजनेस करने वाले लोग सरकार से मुआवजा मांग रहे हैं और आंदोलन तक कर रहे हैं। देश के लगभग रह राज्य में पॉल्ट्री का व्यवसाय भारी मंदी के दौर से गुजर रहा है। वहीं, डॉक्टरों का कहना है कि चिकन खाने से कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं होता। लोगों के मन से डर निकालने के लिए पिछले दिनों गोरखपुर पॉल्ट्री फार्म एसोसिएशन ने चिकन मेले का आयोजन किया, वहीं हैदराबाद में भी तेलांगना के मंत्रियों ने चिकन खा कर लोगों के मन से डर निकालने की कोशिश की है। तस्वीरों में देखें कोरोना वायरस का चिकन के बिजनेस पर कैसा असर पड़ा है।
दुनिया भर में कोरोना वायरस के चलते पॉल्ट्री के व्यवसाय पर बुरा असर पड़ा है। पॉल्ट्री का बिजनेस करने वालों को भारी घाटे का सामना करना पड़ रहा है।
करीब-करीब हर देश में लोग पॉल्ट्री प्रोडक्ट्स से परहेज कर रहे हैं। ऐसे में, मुर्गों की मांग में भारी कमी आ गई है।
दड़बे में बंद कलगी वाले मुर्गे। एक समय इन मुर्गों की सबसे ज्यादा डिमांड रहती थी। लेकिन अब इनके खरीददार मुश्किल से मिल रहे हैं।
चिकन खाने से कोरोना वायरस नहीं फैलता, यह बात लोगों तक पहुंचाने के लिए हैदराबाद में तेलंगाना के मंत्रियों ने चिकन पार्टी दी और वहां सबों ने चिकन खाया।
चीन के एक पॉल्ट्री फार्म में मुर्गे। वहां भी लोग चिकन खाना सुरक्षित नहीं मान रहे हैं और इससे परहेज कर रहे हैं।
चीन के एक शहर में मुर्गों को काट कर बेचने के लिए लटका कर रखा गया है, लेकिन इन्हें खरीदने वाले लोग काफी कम हैं।
एक पॉल्ट्री फार्म में दड़बों में रखे गए मुर्गे। इनकी मांग में भारी कमी आई है। इससे चिकन का कारोबार करने वाले लोगों को बहुत नुकसान उठाना पड़ रहा है।
एक समय था कि मुर्गे देखते-देखते बिक जाते थे। इन्हें खरीदने के लिए दुकानों पर ग्राहकों की लंबी लाइनें लगा करती थीं। लेकिन कोरोना वायरस की वजह से अभी इन मुर्गों की जान बची हुई है।
चीन के एक बड़े पॉल्ट्री फार्म में बड़ी संख्या में मुर्गे दिखाई पड़ रहे हैं। एक तो इनकी बिक्री नहीं हो पा रही है, वहीं इनके खान-पान और देख-रेख पर फार्म के मालिकों को भारी खर्च करना पड़ रहा है।
इस तस्वीर को देख कर समझा जा सकता है कि मुर्गों का व्यापार कोरोना वायरस की वजह से कितनी बुरी तरह प्रभावित हुआ है। यह तस्वीर चीन के एक पॉल्ट्री फार्म की है।