कोरोना वायरस के मरीजों को मौत दे रहा पाकिस्तान, टेंट में इस हाल में रहने को हैं मजबूर
कोरोना वायरस का खतरा अब पूरी दुनिया में बहुत ज्यादा ही बढ़ गया है। चीन, जापान, साउथ कोरिया, ईरान और भारत समेत दूसरे एशियाई देशों के अलावा यूरोप और अमेरिका में भी कोरोना ने जिंदगी की रफ्तार पर रोक लगा दी है। सभी देश अपने-अपने तरीके से इस खतरनाक वायरस से जूझने में लगे हैं, वहीं पड़ोसी देश पाकिस्तान में भी कोरोना ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। पाकिस्तान के सिंध प्रांत में कोरोना का असर सबसे ज्यादा है। सोमवार को वहां कोरोना के 50 नए मामले सामने आए, जिसके बाद पूरे पाकिस्तान में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 120 हो गई है। पाकिस्तान में कोरोना से खतरा इसलिए ज्यादा है कि वहां सेनिटेशन की व्यवस्था काफी खराब है और अस्पतालों की हालत भी अच्छी नहीं है। जहां दूसरे देशों में कोरोना से संक्रमित मरीजों को आइसोलेशन में रखा जाता है, पाकिस्तान में बहुत से लोग गंदगी के ढेर के पास टेंटों में रहने को मजबूर हैं। बहरहाल, पाकिस्तान की सरकार ने कोरोना से निपटने के लिए उच्च स्तरीय राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक की। इस बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री इमरान खान ने की। इसमें कोरोना से निपटने के लिए कई कदम उठाने के फैसले लिए गए। लेकिन पाकिस्तान की बदहाल व्यवस्था को देखते हुए वहां कोरोना ज्यादा कहर बरपा सकता है, इसमें दो राय नहीं है। वैसे, सरकार ने लोगों के एक जगह जुटने और मस्जिदों में भीड़ लगाने पर रोक लगा दी है। वहां के ज्यादातर शिक्षण संस्थानों को भी बंद कर दिया गया है। तस्वीरों में देखें कोरोना से पाकिस्तान में कैसी स्थिति पैदा हो गई है।
पाकिस्तान में गंदगी के ढेर के पास टेंटो में कोरोना वायरस से संक्रमित लोग रहने के लिए मजबूर हैं। ऐसे में, इस वायरस पर नियंत्रण कर पाना बहुत आसान नहीं है।
टेंटों में रह रहे कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के लिए खाना ले जाते लोग। खुले में गंदगी ज्यादा होती है और इससे संक्रमण का खतरा बढ़ता है।
एक दरगाह के पास सड़क पर खड़े लोग मन्नत मांगते हुए। कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए लोग समूह में धार्मिक स्थलों पर कम ही जा रहे हैं।
पाकिस्तान सरकार ने ईरान और अफगानिस्तान से लगती सीमाएं बंद कर दी है। धार्मिक स्थलों पर भी लोगों को ज्यादा संख्या में जुटने से मना किया गया है।
कोरोना के खतरे को देखते हुए पेशावर म्यूजियम को दो हफ्ते के लिए बंद कर दिया गया है। पाकिस्तान में निजी और सरकारी अस्पतालों का ढांचा बहुत कमजोर है, इसलिए कोरोना वायरस की चुनौती से निपटने में उसे दिक्कतें ज्यादा आएंगी।
एक शख्स की जांच करते हेल्थ वर्कर्स। पाकिस्तान में कोरोना वायरस की जांच-पड़ताल की सुविधा ज्यादा नहीं है।
सिंध प्रांत में कोरोना के काफी मरीजों को आइसोलेशन में रखा गया था। बाद में कुछ लोगों को वायरस से मुक्त पाए जाने पर छुट्टी भी दे दी गई।
कोरोना वायरस की जांच के लिए काफी लोग जुटते हैं। यहां काफी लोग एक रेलवे स्टेशन पर मास्क लगाए दिख रहे हैं। पाकिस्तान में छोटे शहरों में अच्छे अस्पतालों की बेहद कमी है।
एक सीमावर्ती स्थल पर टेंट लगा कर कोरोना वायरस से बचाव के लिए लोगों को रखा गया है। यहां मूलभूत सुविधाओं की कमी होती है।
पाकिस्तान के एक एयरपोर्ट पर यात्री की स्वास्थ्य जांच करते डॉक्टर। जिस तरह से पाकिस्तान में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ रही है, वहां इसका खौफ भी बढ़ता जा रहा है।