इस देश के कैदियों ने कोरोना को हराने की खाई कसम, जेल की सलाखों में बना रहे वायरस से लड़ने का हथियार
कोरोना वायरस से दुनिया के 199 देशों में 8 लाख लोग संक्रमित हैं, वहीं इससे अब तक पूरी दुनिया में 37 हजार लोगों की जान जा चुकी है। यह दुनिया की सबसे बड़ी महामारी बन कर सामने आया है। अभी तक इसका कोई वैक्सीन सामने नहीं बन सका है। इससे बचाव के लिए दुनिया के ज्यादातर देश लॉकडाउन घोषित कर सोशल डिस्टेंसिंग की नीति अपना रहे हैं। मलेशिया में कोरोना के संक्रमण के 2,626 मामले सामने आए हैं और इससे कुल 37 लोगों की मौत हो चुकी है। मलेशिया मे जेलों में बंद कैदियों ने कोरोना से पीड़ित लोगों की चिकित्सा और देखभाल करने वाले डॉक्टरों के लिए पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट बनाने का काम शुरू किया है। मलेशिया में इसकी भारी कमी है। यह डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए बहुत ही जरूरी है। इसलिए मलेशिया की जेलों में बंद कैदी पूरे हफ्ते बिना आराम किए डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ के लिए इसे बनाने के काम में लगे हुए हैं। यह एक तरह का गाउन होता है, जिसमें खास तौर पर सुरक्षा के लिए उपकरण भी लगाए जाते हैं। मलेशिया में एक कैदी रोज दिन-रात काम कर के 20 सेट पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (पीपीई) बना रहा है। कैदियों का कहना है कि जो डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ कोरोना से पीड़ित लोगों को बचाने के लिए सबसे आगे बढ़ कर काम कर रहे हैं, उनकी सुरक्षा का उपाय करना सबसे जरूरी है। तस्वीरों में देखें मलेशिया में कोरोना ने कैसा कहर बरपाया है और लोग किस तरह इससे जूझ रहे हैं।
Manoj Jha | Published : Mar 31, 2020 12:09 PM IST / Updated: Apr 01 2020, 11:05 AM IST
मलेशिया के कुआंतान के पेनर जेल के कैदी दिन-रात लग कर डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ के लिए पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट बनाने का काम कर रहे हैं। मलेशिया में हाल में कोरोना के मामलों में तेजी आई है।
कोरोना के कारण मलेशिया में बिजनेस और इंडस्ट्री सेक्टर में मंदी छा गई है। मलेशिया की सरकार ने राहत देने के लिए स्पेशल पैकेज की घोषणा की है।
कोरोना वायरस फैलने से मलेशिया के लोगों में काफी दहशत है। सभी लोग मास्क लगा कर ही बाहर निकल रहे हैं और सुरक्षा के दूसरे उपाय भी कर रहे हैं।
मलेशिया में कोरोना वायरस संक्रमण का शुरुआती मामला आने के बाद एक युवक वहां से जाता हुआ। कोरोना वायरस से मलेशिया की अर्थव्यवस्था पर बहुत बुरा असर पड़ है।
कोरोना वायरस से लोग ज्यादा आतंकित नहीं हों, इसलिए मेडिकल स्टाफ लोगों को सुरक्षा उपाय अपनाने को तो कह रहे ही हैं, उनका हौसला भी बढ़ा रहे हैं।
कोरोना वायरस फैलने से ये महिलाएं चिंतित नजर आ रही हैं, लेकिन सुरक्षा के लिए इन्होंने मास्क लगा रखे हैं।
मलेशिया में बाहर से आने वाले लोगों की जांच करते हेल्थ वर्कर। कोरोना वायरस फैलने के बाद मलेशिया की टूरिज्म इंडस्ट्री को बहुत नुकसान हुआ है।
मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर में आसमान छूती इन बिल्डिंग्स के सामने सन्नाटा पसरा है। कोरोना का संक्रमण फैलने के पहले इन जगहों पर भारी भीड़ होती थी।
मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर की इन इमारतों के आगे इक्का-दुक्का लोग ही नजर आते हैं। अब तो शायद ही यहां कोई पर्यटक आता हो।
कोरोना वायरस के मामले सामने आने के बाद सूनी सड़क से गुजरता एक युवक। अब मलेशिया में लोगों को घरों में ही रहने को कहा जा रहा है।
मलेशिया की राजधानी कुआलालंमपुर के पास एक मस्जिद में कुछ दिनों पहले एक बड़ा धार्मिक आयोजन हुआ था, जिसमें करीब 15 हजार लोग जुटे थे। इस आयोजन में विदेशों से भी मुस्लिम धर्मावलंबी आए थे। इस आयोजन के बाद मलेशिया में कोरोना के मामलों में बहुत तेजी आई।