(RACEnergy के को-फाउंडर अरुण श्रेयास रेड्डी और गौतम माहेश्वरी)
रेसएनर्जी को इस किट को आविष्कार को तैयार करने में 2 साल लगे। इस दौरान इसका अच्छे से परीक्षण किया गया, ताकि बाद में कोई दिक्कत नहीं आए। अरुण और गौतम बताते हैं कि उन्होंने हैदराबाद में करीब 2000 ऑटो रिक्शा ड्राइवरों का फीडबैक लिया। इसके बाद इस किट के प्रोडक्ट पर काम शुरू किया।
साभार:thebetterindia.com