2 हजार साल पहले रईसों के महल से भरा था ये गांव, 2015 में मर गया वहां रहने वाला सबसे आखिरी शख्स

हटके डेस्क: दुनिया में ऐसी कई जगहें हैं, जो समय के साथ उजड़ गए। जहां कभी लोग रहा करते थे, जहां एक भरा-पूरा गांव हुआ करता था, वो आज के समय में वीरान हो चुका है। ऐसे ही एक जगह में शामिल है रूस का डैंगेस्टन। इस जगह के भूतिया गांव काखिब और करोडा की तस्वीरें सामने आई है। ड्रोन की मदद से खींची गई इन फोटोज में ये भुतहा शहर काफी डरावना लग रहा है।  2000 साल पुराने इस गांव की कहानी में उतनी ही दिलचस्प है, जिसकी वजह से यहां टूरिस्ट्स की भीड़ लगी रहती है। सबसे अहम बात कि ये गांव कई सालों से वीरान है। सालों पहले जहां यहां रईसों के घर हुआ करते थे, वहीं 1950 के बाद धीरे-धीरे ये गांव उजड़ता गया। 2015 में इस गांव में रहने वाले आखिरी शख्स की मौत हो गई, जिसके  बाद से यहां कोई नहीं रहता। सिर्फ ये जगह और इसकी कहानियां पर्यटकों को अब आकर्षित करती है।  
 

Asianet News Hindi | Published : Sep 13, 2020 8:57 AM IST

114
2 हजार साल पहले रईसों के महल से भरा था ये गांव, 2015 में मर गया वहां रहने वाला सबसे आखिरी शख्स

गामसुतल 2 हजार साल पहले बसा एक गांव था। इस गांव को माउंट गामसुतलमीर के 4 हजार 6 सौ फ़ीट पर बसाया गया था। 
 

214

मई 2019 में लंदन की रहने वाली मेलानी स्मिथ गामसुतल घूमने गई थीं। वहां उन्होंने इस गांव की तस्वीरें खींची। और इसपर एक ब्लॉग लिखा। 

314

स्मिथ ने लिखा कि गामसुतल में काफी कम टूरिस्ट्स आते हैं। पहाड़ों पर इससे खूबसूरत नजारा उन्होंने कभी नहीं देखा था। 
 

414

गामसुतल को Machu Picchu of Dagestan के नाम से भी जाना जाता है। 
 

514

इस गांव को 1950 के बाद लोग छोड़ कर जाने लगे। उस समय से गांव खाली होने लगा। 
 

614

आज इस गांव तक पहुँचने के लिए एक घंटे की चढ़ाई करनी पड़ती है। इसके लिए काफी संकरी चढ़ाई है। 

714

गामसुतल में अभी 300 टूटे घर हैं, जिसमें कभी लोग रहते थे। लेकिन आज ये वीरान है। 

814

इस गांव में रहने वाले आखिरी शख्स की मौत 2015 में हो गई थी। उसके बाद यहां कोई नहीं रहा। 

914

रशियन ट्रेवल ब्लॉग के मुताबिक, काफी सालों तक यहां एरिया के सबसे रईस लोग होते थे। यहां तीन सौ लोग रहते थे। 
 

1014

इन घरों के अलावा यहां दूकान, स्कूल, पोस्ट ऑफिस और हॉस्पिटल भी मौजूद थे। 
 

1114

इन घरों के अलावा यहां दूकान, स्कूल, पोस्ट ऑफिस और हॉस्पिटल भी मौजूद थे। 
 

1214

इस गांव के घरों के दरवाजे और दीवार की डिजाइन को देखकर आर्ट का पता चलता है। 

1314

बात अगर कोरोडा गांव की करें तो उसे थर्ड या फोर्थ सेंचुरी में बनाया गया था। 
 

1414

पहाड़ों की इतनी ऊंचाई पर बसे गांव की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। 
 

Share this Photo Gallery
click me!
Recommended Photos