गोवा में मिला 'संजीवनी बूटी' वाला पहाड़, रात के गहरे अंधेरे में दूर से चमकता देता है दिखाई

हटके डेस्क: रामायण में हमने संजीवनी बूटी वाले पहाड़ के बारे में सुना था। कहा जाता है कि इस पहाड़ पर जिंदगी बचाने वाली औषधी थी। साथ ही ये पहाड़ अंधेरे में चमकता था। विश्वास के आधार पर हम इस बात पर विश्वास करते हैं। अब गोवा में एक ऐसे पहाड़ के बारे में पता चला है जो वाकई अंधेरे में चमकता है। हालांकि, इस पहाड़ पर कोई जान बचाने वाली औषधी नहीं है। ये पहाड़ चमकता है एक ख़ास तरफ के मशरूम की वजह से। जी हां, गोवा (Goa) के जंगल में एक ऐसा पहाड़ मिला है, जिसपर लगे मशरूम (Mushrooms) रात के अंधेरे में हरे रंग में चमकते है। साथ ही कभी-कभी ये बैंगनी रंग में भी बदल जाते हैं। इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। लोग इसे मॉडर्न जमाने की संजीवनी बूटी बता रहे हैं। 
 

Asianet News Hindi | Published : Sep 13, 2020 4:34 AM IST / Updated: Sep 13 2020, 02:35 PM IST

110
गोवा में मिला 'संजीवनी बूटी' वाला पहाड़, रात के गहरे अंधेरे में दूर से चमकता देता है दिखाई

दुनिया में पेड़-पौधों से लेकर जानवरों की दुनिया में कई तरह की प्रजातियां है। आए दिन रिसर्चर्स नई प्रजातियों की  खोज करते रहते हैं। हाल ही में एक ऐसा मशरूम मिला है जो चमकता है। जी हां, इस मशरूम से हरे और बैंगनी रंग की लाइट निकलती है। 

210

इस मशरूम का नाम बायो-ल्यूमिनिसेंट है। ये गोवा के जंगलों में मिलता है। इसके अलावा अभी तक मशरूम की प्रजाति के बारे में कहीं और से कोई जानकारी नहीं मिली है। 

310

मशरूम की इस प्रजाति को अभी गोवा के म्हाडेई वाइल्डलाइफ सेंचुरी (Mhadei Wildlife Sanctuary) में देखा गया है। चूंकि, ये मशरूम संजीवनी बूटी वाले पहाड़ की तरह ही जगह को जगमग करता है,  इसे महावीर वाइल्डलाइफ सेंचुरी भी कहते हैं। 

410

ये सेंचुरी पश्चिमी घाट के पास है।  रिसर्चर्स इस मशरूम के बारे में जानकारी इकक्ठा हर रहे हैं। अभी तक पता चला है कि चमकने वाले ये मशरूम माइसेना जीनस (Mycena Genus) प्रजाति के हैं। 

510

दिन के समय ये आम मशरूम की तरह नजर आते हैं। लेकिन रात होते ही ये हरे रंग के दिखने लगते हैं। साथ ही बीच-बीच में ये मशरूम बैंगनी रंग में भी बदल जाते हैं। 

610

ये मशरूम ख़ास वजह से चमकते हैं। दरअसल, ये मशरूम अपनी तादाद बढ़ाने के लिए चमकते हैं। रिसर्चर्स का कहना है कि इस रौशनी की वजह से कीड़े इसपर बैठकर दूसरे जगहों पर जाकर इनके बीज फैलाते हैं। 

710

इन मशरूम को फैलाने में कीड़ों का काफी बड़ा रोल है। ये कीड़े ही इसे जंगल में एक से दूसरे जगह पर फैलाते हैं। ये मशरूम दूसरे पौधों-पेड़ों की छाल,  जमीन की नमी में पनपते हैं।  

810

अभी तक दुनिया में रोशनी वाले करीब 50 मशरूम की प्रजाति के बारे में पता चला है। गोवा में मिली प्रजाति को सिर्फ बारिश के महीने में ही देखा जाता है। इसे ढूंढना मुश्किल नहीं है क्यूंकि ये आसानी से जंगल में रात को दिख जाएंगे। 

910

इस मशरूम को सबसे पहले गोवा में रहने वाली एक लोकल महिला ने ही देखा था। उसने अँधेरे में चमकती चीज को पास से देखा तो पाया कि वो मशरूम है। उसने इसकी फोटोज ली और उसे रिसर्चर्स को भेज दिया। 

1010

ये मशरूम 21 से 27 डिग्री सेल्सियस में ग्रो करते हैं। साथ ही नमी की काफी जरुरत होती है। बारिश में ये काफी ज्यादा पाए जाते हैं। जिस एरिया में ये बहुत अधिक होते हैं, वहां रात को दूर से पूरा एरिया हरे रंग का नजर आता है। 

Share this Photo Gallery
click me!
Recommended Photos