हॉर्न बजाकर देते हैं सम्मान
इस तरह लोगों को अपनी गाड़ियों से नहीं उतरना पड़ता और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन भी हो जाता है। जब अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी हो जाती है, तो वे अपनी गाड़ियों से हॉर्न को तीन बार बजाते हैं, जो आराम, सहयोग और प्यार का प्रतीक होता है।